300 साल पुरानी परंपरा के चक्कर में फंसा पुलिसकर्मी, लोगों ने पटाखा फोड़ कर झुलसाया

राजस्थान के अजमेर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बीती रात एक पुलिसकर्मी पटाखों से बुरी तरह से झुलस गया। हादसा पटाखे चलाते समय या फिर पटाखे गिरने से नहीं हुआ है। 

Ujjwal Singh | Published : Oct 27, 2022 1:04 PM IST

अजमेर(Rajasthan).  राजस्थान के अजमेर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बीती रात एक पुलिसकर्मी पटाखों से बुरी तरह से झुलस गया। हादसा पटाखे चलाते समय या फिर पटाखे गिरने से नहीं हुआ है। दरअसल पुलिसकर्मी तो केवल अपनी ड्यूटी ही कर रहा था लेकिन लोगो ने अपनी परंपरा निभाते हुए इस पुलिसकर्मी को झुलसा दिया। इतना ही नहीं पुलिसकर्मी के अलावा 10 लोग और भी झुलसे हैं।

दरअसल अजमेर के केकड़ी शहर में दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा के पर्व पर घास भैरू की सवारी निकाली जाती है। यह परंपरा 300 साल से चली आ रही है जिसके तहत घास भैरू की सवारी को कस्बे के विभिन्न इलाकों में घुमाया जाता है। शुरू होने के साथ ही इस सवारी में गांव के लोग आमने-सामने हो जाते हैं जो रॉकेट, सुतली बम जैसे खतरनाक पटाखे जलाकर एक दूसरे पर फेंकते हैं। बीती रात भी कुछ ऐसा ही हुआ जब सवारी शुरू हुई तो कुछ देर बाद ही लोगों ने एक दूसरे पर पटाखे फेंकना शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि रात को निकली सवारी में दूसरे गांव से भी लोग शामिल होने के लिए आए थे। 

गंभीर रूप से झुलसा पुलिसकर्मी 
सरकार ने पटाखों को लेकर गाइडलाइन जारी की थी। इसके साथ ही पुलिस भी इन लोगों को पूरे दिन समझा रही थी कि वह रात को इस परंपरा के तहत एक दूसरे पर पटाखे नहीं फेंके। लेकिन इसके बाद भी लोग नहीं माने और सवारी शुरू होते ही अपनी परंपरा निभाने लगे। इसी दौरान वहां करीब 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात थे। एक रॉकेट ड्यूटी पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मी को लगा जिसके बाद वह गंभीर रूप से झुलस गया। पुलिसकर्मी को झुलसता हुआ देख साथी पुलिसकर्मियों ने उसे बचाया लेकिन तब तक वह बुरी तरह से जल चुका था जिसके बाद उसे नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया। घटना के बाद आज सुबह से पुलिस ने वीडियो के आधार पर पटाखों फेंकने वाले लोगों की तलाश शुरू की। इसके बाद करीब दो दर्जन से ज्यादा स्थानों पर दबिश भी दी गई लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया।

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