घटना आंबापुरा थाना क्षेत्र के दावड़ीमाल इलाके की है। यहां रहने वाले लाल सिंह उर्फ विनोद (21) के पिता नागजी माल की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। हाल ही में विनोद का संबंध में कुशलगढ़ इलाके के सारेल गांव में एक लड़की से तय हुआ था। शुक्रवार सुबह 10 बजे बारात जानी थी। इससे पहले गुरुवार शाम से घर में नोतरा में दूल्हा पूरी रात परिवार के साथ था।
बांसवाड़ा। राजस्थान (Rajasthan) के बांसवाड़ा (Banswara) इलाके में शादी (Marriage) से कुछ घंटे पहले एक दूल्हे ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Groom Suicide) कर ली। दूल्हा अचानक शादी की रस्मों को छोड़कर गायब हो गया था। परिवार ने तलाश की तो शव 200 फीट दूर एक नीम के पेड़ से लटका मिला। घटना के पीछे सामने आ रहा है कि दूल्हा अपने घरवालों से नाराज था, क्योंकि घरवालों ने उसकी शादी में डीजे (DJ) नहीं बजाने देने की बात कही थी। हालांकि, पुलिस ऐसी किसी बात से इनकार कर रही है।
ये घटना आंबापुरा थाना क्षेत्र के दावड़ीमाल इलाके की है। यहां रहने वाले लाल सिंह उर्फ विनोद (21) के पिता नागजी माल की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। हाल ही में विनोद का संबंध में कुशलगढ़ इलाके के सारेल गांव में एक लड़की से तय हुआ था। शुक्रवार सुबह 10 बजे बारात जानी थी। इससे पहले गुरुवार शाम से घर में नोतरा (समाज के सहयोग से धन एकत्रित करने का कार्यक्रम) था, जहां दूल्हा पूरी रात परिवार के साथ था। ये कार्यक्रम शादी में होने वाले खर्चों की पूर्ति के लिए किया जाता है। इसके बाद शुक्रवार अलसुबह विनोद अचानक घर से निकला और फिर वापस नहीं लौटा। अंधेरे में परिवार ने उसकी तलाश की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। सुबह होने पर शव पेड़ से लटका मिला। सूचना पर पुलिस ने शव उतरवाया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजन के सुपुर्द कर दिया। आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस ने DJ नहीं बजने से नाराजगी वाली बात को खारिज किया है।
परिवार का इकलौता था विनोद
जांच अधिकारी ASI रमेशचंद्र ने बताया कि विनोद परिवार में इकलौता लड़का था। उसकी एक बड़ी बहन थी, जिसकी शादी हो गई है। पिता की भी करीब 10 साल पहले मृत्यु हो गई थी। पुलिस ने बताया कि विनोद का सामाजिक रीति-रिवाज से विवाह हो रहा था। उसकी किसी बात की नाराजगी को लेकर भी परिवार जानकारी नहीं दे पा रहा है। विनोद ने नोतरा कार्यक्रम के दौरान सिर पर गमछा बांध रखा था। आत्महत्या से पहले उसने गमछे को आधा फाड़कर एक हिस्सा पेड़ पर बांधा, जबकि दूसरा हिस्सा गले में बांधा था। उसने सर्दी से बचने के लिए जो शॉल ओढ़ रखी थी। वह भी पेड़ की डाल पर रखी हुई मिली।