
कोटा : राजस्थान सरकार और पुलिस की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एक बवाल खत्म नहीं हो रहा है कि दूसरा तैयार है। दौसा में डॉक्टर के सुसाइड़ केस (Dausa Doctor Suicide Case) फिर करौली हिंसा (karoli hinsa) का मामला अभी पूरी तरह से निपटा भी नहीं कि अब हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर (Deva Gurjar) की हत्या सिरदर्द बन गया है। इस हत्याकांड के बाद कोटा (Kota) में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होने शुरू हो गए हैं। हालात ये बन गए हैं कि हाइवे पर आने-जाने की जगह नहीं बची है। वहीं दूसरी तरफ परिजनों और समर्थकों ने शव लेने से भी इनकार कर दिया है।
इसे भी पढ़ें-देवा गुर्जर हत्याकांड: राजस्थान पुलिस को 15 हत्यारों की तलाश, अब तक तीन हिरासत में,कोटा-चित्तौडगढ़ में छापेमारी
पहले हत्यारों की गिरफ्तारी, फिर लेंगे शव
हिस्ट्रीशीटर देवा की हत्या के बाद अब परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है। शव कोटा जिले के राजकीय अस्पताल की मॉर्चरी में रखा हुआ है। परिजनों का कहना है कि हत्यारों की गिरफ्तारी तक वे शव नहीं ले जाएंगे। उधर, परिजनों के इस फैसले से अब पुलिस महकमे में खलबची मच गई है। बता दें कि देवा गुर्जर, गुर्जर समाज में भी अच्छी पैंठ रखता था और अब समाज से जुड़े युवा और उसके अन्य लोग अस्पताल मे जमा होने लगे हैं।
इसे भी पढ़ें-डॉन से फिरौती: देवा गुर्जर को मारने वाले मांग रहे थे दस लाख रुपये की फिरौती, थाने में देवा ने दी थी तहरीर
क्या किसी दोस्त ने रची साजिश
दो अप्रैल की बात है जब देवा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी थी। दोपहर करीब एक बजे के दौरान लिखी इस आखिरी पोस्ट में देवा ने दोस्ती और दुश्मनी के बारे में लिखा था। किसे पता था कि इस पोस्ट के बाद देवा की हत्या कर दी जाएगी और यह उसकी आखिरी पोस्ट होगी। उसके बाद दो अप्रैल को ही पौने दो बजे सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी डाला गया था जिसमें देवा अपने साथियों के साथ कोटडी क्षेत्र में श्याम बाबा के दर्शन करने आया था।
इसे भी पढ़ें-रावतभाटा के हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर की हत्या का राज खोलेगा मोबाइल, हथियारबंद लोगों ने दिया था हत्या को अंजाम
इसे भी पढ़ें-देवा गुर्जर हत्याकांड: गुर्जर समाज ने किया हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए घेराव, कोटा पुलिस रात भर रही परेशान
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।