3 दिन में 6 घटनाएं, ये है राजस्थान: कहीं 7 लोगों ने किया लड़की से गैंगरेप-कहीं निर्वस्त्र मिली बॉडी

राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं। कहीं विवाहिता की हत्या हो जा रही है, तो कहीं नाबालिग बच्चियों के साथ गैंगरेप कर दिया जा रहा है। आलम यह है कि पुलिस दिन रात सड़कों पर तैनात रही और अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम देते रहे।

Asianet News Hindi | Published : Jul 10, 2021 6:11 AM IST / Updated: Jul 10 2021, 01:28 PM IST

जयपुर. राजस्थान में महिलाओं और बच्चियों के साथ तेजी से अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। पिछले 6 महीने में जिस तरह से वारदातें सामने आई हैं वह हैरान करने वाली हैं। जबकि लॉकडाउन की वजह से पुलिस दिन-रात सड़कों पर तैनात रही, फिर भी अपराधी वारदातों को बैखोफ होकर अंजाम देते रहे। आलम यह है कि सिर्फ जून के माह में ही राज्य में बलात्कार की घटनाओं में  30 प्रतिशत वारदातों में बढ़ोतरी हुई। यह वह मामले हैं जो पुलिस थानों में आई शिकायत के बाद दर्ज हैं। इससे कहीं ज्यादा ऐसे मामले हैं जो रिकॉर्ड में नहीं हैं। आलम यह हो गया है कि कहीं 7 लोगों ने लड़की के साथ गैंगरेप किया तो कहीं किसी लड़की की बिना कपड़ों के बेसुध सुनसान इलाके में पड़ी मिली। 

प्रदेश में रोजाना 559 के क्राइम के मामले आ रहे 
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जून महीने में राजस्थान के पुलिस थानों में महिलाओं और बच्चियों के साथ रेप के 561 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं किडनैपिंग की वारदातें पिछले साल के मुकाबले 37 प्रतिशत ज्यादा बढ़ोतरी हुईं।  6 माह में इस तरह रिकॉर्म एक लाख 521 मामले प्रदेश के थानों में दर्ज हुए। अगर औसतन निकालें तो इस हिसाब प्रतिदिन राज्य में 559 मामले सामने आए। वहीं पुलिस ने अपनी पड़ताल में  18153 मामलों को झूठा बताया है। इन गलत केसों में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

जून में क्राइम ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
रेप और किडनैपिंग के सबसे ज्यादा मामले इस वर्ष जून माह में सामने आए हैं। जून में बलात्कार के 561 मामले सामने आए। मई में 390 मामले ही सामने आए थे। वहीं अभी तक जलाई में 171 केस सामने आ चुके हैं। वहीं अपहरण के इस माह 672 मामले सामने आ चुके हैं। इसी तरह मई में 433 मामले सामने आए थे। देखा जाए तो अपहरण के मामलों में करीब 56 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।

6 महीनों में रेप के 3022  केस..लेकिन 767 में  FIR
बता दें कि इस साल सिर्फ 6 महीनों में प्रदेश के थानों में 3022 अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। जिन पर पुलिस ने जांच के बाद 767 केसों पर एफआईआर दर्ज की है। इसमें से अधिकतर मामलों को पुलिस ने झूठा करारा दिया है। सिर्फ 1025 केस में ही आरोप प्रमाणित कर चालाल पेश किया है। बाकी मामलों तक तो पुलिस पहुंची ही नहीं पाई है। यानि 27 प्रतिशत मामलों को गलत माना है।

घटना नंबर एक...उदयपुर जिले के गोगुंदा थाने क्षेत्र में एक नाबालिग से दो दरिंदों ने गैंगरेप किया। मामले का तब खुलासा हुआ जब वह चार माह की गर्भवती हो गई। आरोपी पिछले एक साल से बच्ची के साथ आए दिन रेप कर रहे थे। पीड़िता की शिकायत पर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना नंबर दो...तीन दिन पहले राजधानी जयपुर से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। जहां  एक बीएससी छात्र ने 10 साल की बच्चे का रेप किया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी और पीड़िता दोनों किराए पर एक ही मकान में रहा करते थे।

घटना नंबर तीन...इसी सप्ताह राजस्थान के अलवर जिले से बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने था। जहां एमआईए थाना क्षेत्र के एक गांव में 19 वर्षीय लड़की का अपहरण कर 7 लोगों तीन अलग-अलग जगहों पर ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया। इस दरिंदगी के बाद आरोपी बेहोशी की हलात में लड़की को सड़क किनारे फेंक कर फरार हो गए।

 घटना नंबर चार...नागौर जिले में एक 16 साल की बच्ची के साथ आरोपियों ने गैंगरेप किया। इसके बाद मासूम की अश्लील तस्वीरें लेने के बाद उसे ब्लैकमेल कर रोजाना अपनी हवस का शिकार बना रहे थे।

पांचवी घटना...हाल ही में जोधपुर शहर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था। जहां एक नाबालिग से दुष्कर्म किया गया। हैरानी की बात यह है कि जिस  लड़के ने दुष्कर्म किया है उसकी नाबालिग के साथ सगाई की बात चल रही थी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। (खबर सोर्स-भास्कर)

 

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