यह घटना अलवर शहर के दारूकूटा कालोनी की है। जहां 10वीं में पढ़ने वाली बच्ची को बदमशा उठाकर ले गए थे। मामले की जानकारी मिलते ही बच्ची की मां ने थाने पहुंची और बेटी के अपहरण होने की शिकायत लिखवाई। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
अलवर. मास्क कोरोना की जंग के लिए सबसे कारगर उपाय है। लेकिन कई बार मास्क की वजह से चेहरों को पहचाने में दिक्कत भी हो जाती है। राजस्थान से ऐसा ही एक अजोबोगरीब मामला सामने आया है। जहां चार-पांच बदमाश एक 15 साल की लड़की को वैन में किडनैप करके ले गए। कुछ दूर पहुंचने के बाद उन्होंने जब लड़की का मास्क हटाया तो बदमाशों के होश उड़ गए। क्योंकि वह जिस बच्ची का अपहरण करने आए थे वो यह नहीं थी। कहने लगी यार बहुत बड़ी गलती हो गई, चलो इसको वापस छोड़ते हैं।
लड़की ने सुनाई अपने अपहरण की पूरी कहानी
दरअसल, यह घटना अलवर शहर के दारूकूटा कालोनी की है। जहां 10वीं में पढ़ने वाली बच्ची को बदमशा उठाकर ले गए थे। मामले की जानकारी मिलते ही बच्ची की मां ने थाने पहुंची और बेटी के अपहरण होने की शिकायत लिखवाई। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। लेकिन दो तीन घंटे बाद ही लड़की ने मां के नंबर फोन किया और कहा मैं यहां पर हूं। इसके बाद उसे परिजन लेने गए और उसने माता-पिता को सारी कहानी बताई।
सहेली के घर जाने के लिए निकली थी लड़की और...
पीड़ित बच्ची ने बताया कि वह मास्क लगाकर घर से पैदल अपने सहेली के घर जा रही थी। इसी दौरान पीछे से एक वैन आई और मेरे सामने लगा दी। इसके बाद उसमें से चार-पांच लोग उतरे और मेरे चेहरे पर कपड़ा डालकर गाड़ी में डाल दिया। शहर से बाहर जाते ही उन्होंने मेरा मास्क हटाया तो वह करने लगी यह वह लड़की नहीं जिसे उठाना है। फिर बदमाशों मेरे कानों के टॉप्स ले लिए और मुझे ट्रांसपोर्ट नगर में वैन से उतार कर भाग गए। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। आखिर कैसे दिनदहाड़े एक बच्ची को बदमाश उठाकर ले जाते हैं यह सवाल भी पुलिस पर खड़े हो रहे हैं।