
जयपुर. सीएम गहलोत को लेकर दिए गए बयान को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलेट घिर गए हैं। भाजपा नेताओं ने भी उन पर कटाक्ष किए हैं और अपने नेता यानि कांग्रेसी नेताओं ने तो कमाल के मैसेज छोड़े हैं सचिन पायलेट के लिए। सचिन पायलेट के एक बयान के बाद जो बवाल मचा हुआ है उसके बाद अब आलाकमान फिर से दखल देने की तैयारी में है।
जानिए पायलट ने सीएम गहलोत के लिए क्या कहा था
दरअसल बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में एक तारीख को आए पीएम मोदी ने सीएम गहलोत की जमकर तारीफें की। इसके बाद कल यानि दो नवम्बर को सचिन पायलेट ने मीडिया में बयान दिया कि पीएम जिस कांग्रेसी नेता की तारीफ करते हैं वो या तो पार्टी छोड़कर बीजेपी में चला जाता है या फिर अपनी ही पार्टी बना लेता है। जैसे गुलाम नबी आजाद ने किया। गहलोत पर दिए गए इस बयान के बाद गहलोत ने कहा कि नेताओं को गैर जरूरी बयानबाजी से बचना चाहिए। सोच समझकर बोलना चाहिए। सीएम ने तो इसे हल्के में लिया और हल्के में ही निपटा दिया। लेकिन उसके बाद सीएम के नजदीकी नेताओं ने तो बयान दिए वे जहर बुझे तीर की तरह थे।
बच्चा रुठ गया, वही खिलौना लेगा....ठहरे पानी में कंकर मत मारो
पायलेट के इस बयान के बाद तो सीएम गुट के नेताओं को चटकारे लेने का मौका मिल गया। सीएम के नजदीक माने जाने वाले कांग्रेसी नेता संयम लोढ़ा ने तो यहां तक कहा दिया कि मैं तो वही खिलौना लूंगा, मचल गया दीना का लाल। लोढ़ा के इस बयान को सीएम की कुर्सी से जोड़कर देखा जा रहा है। कुर्सी के लिए दोनो ही नेताओं में मशक्कत चल रही है। लोढ़ा के इस बयान के बाद सीएम के ओएसडी लोकेश शर्मा ने कहा कि ठहरे हुए पानी में कंकर नहीं मारें... भूचाल आ गया तो बह जाएंगे। उसके राजस्थार सरकार में नंबर दो माने जाने वाले महेश जोशी विधायक और मंत्री ने लिखा कि सीएम को किसी के सर्टिफिकेट की कोई जरुरत नहीं है। सीएम के ही एक नजदीकी नेता ने पायलेट और अन्य नेताओं की बयानबाजी को आलाकमान तक भेज दिया है।
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