राजस्थान के पाली जिले से लापरवाही की हद पार करने वाला मामला समने आई है। यहां एक स्कूल के सैकंडों छात्र जिस टंकी का पानी पी रहे थे। उसी टंकी में एक दो नहीं कई सांप मिले हैं। मासूमों को यह भी नहीं पता था कि वह पानी के धोखे में जहर पी रहे हैं। गनीत है कि किसी के साथ हादसा नहीं हुआ।
पाली. राजस्थान के पाली शहर की एक सरकारी स्कूल में पानी के टांके में एक के बाद एक कई सांप निकलने पर हड़कंप मचा हुआ है। बच्चों में डर पैदा होने के साथ स्कूल स्टाफ भी घबराहट में है। क्योंकि बच्चे इसी टांके का पानी पी रहे थे। सांपों के बाहर निकलने से रोकने लिए स्टाफ ने अब बड़ा पत्थर रखकर टांके की सफाई की बात कही है। उधर, घटना के विरोध में ग्रामीणों ने बुधवार शाम को स्कूल में जमकर प्रदर्शन किया।
कई दिनों से निकल रहे थे सांप, अब भी कई छिपे
मामला सुभाष नगर पेट्रोल पंप के पास स्थित स्वतंत्रता सैनानी भंवर बिनावरा राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल का है। यहां बच्चे एक टांके से पानी पीते हैं। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से उसमें सांप निकलने से स्कूल में दहशत का माहौल हो गया। खुद स्कूल की प्रिंसीपल नितेश्वरी कश्यप ने भी इसे स्वीकार किया। प्रिंसिपल ने कहा कि पानी के टांके में कुछ दिनों से छोटे-छोटे सांप निकल रहे हैं। जिनमें से एक सांप को तो स्कूल स्टाफ ने भी पकड़कर बाहर निकाला। लेकिन, उसमें अब भी कुछ सांप बैठे हुए हैं। जिनसे खतरे को देखते हुए टांके के पानी के उपयोग का बंद कर उसे पत्थर से ढक दिया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पानी के टांके की सफाई करवाई जाएगी।
क्षतिग्रस्त टांके में छिपे रहते हैं सांप
स्कूल का टांका काफी पुराना होने से जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसमें कीड़े- मकोड़ों के साथ सांप छिपकर बैठ जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार टांके में काफी कचरा भी जमा है। जिससे स्कूल में बड़ी अनहोनी की आशंका बनी हुई है।
घर से पानी ले जा रहे बच्चे, अभिभावकों ने जताया आक्रोश
टांके से सांप निकलने की सूचना के बाद से बच्चे डर के मारे अब घरों से ही पानी की बोतल ले जा रहे हैं। हालांकि स्कूल में पानी की दूसरी व्यवस्था की गई है। इधर, सांपों से भरे टांके का पानी बच्चों को पिलाने पर अभिभावकों का आक्रोश भी उबाल खा गया। बुधवार शाम को ही काफी संख्या में अभिभावक व ग्रामीण स्कूल पहुंच गए। जहां उन्होंने टांका खोलकर देखा और सांप होने पर स्कूल स्टाफ के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने बच्चों के लिए पानी सहित सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की।