खाटूश्याम हादसा अपडेटः कांग्रेस नेता ने गैर इरादतन हत्या का केस कराया दर्ज, मंदिर कमेटी पर लगाए गंभीर आरोप

सावन के आखिरी सोमवार और एकादशी के संयोग के चलते सीकर के खाटूश्याम मंदिर में दर्शन को लेकर हुए हादसे में कांग्रेस नेता के विरोध के बाद मंदिर कमेटी के खिलाफ गैर इरादन हत्या का केस दर्ज हुआ है। बता दे इसमें तीन लोगों की जान चली गई थी।

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 9, 2022 9:08 AM IST / Updated: Aug 09 2022, 02:45 PM IST

सीकर. राजस्थान में सोमवार सुबह सीकर के खाटू श्याम मंदिर में मची भगदड़ की मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। सीकर के एक कांग्रेस नेता ने मामले को लेकर खाटू श्याम मंदिर कमेटी के पांच पदाधिकारियों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज करवाया है। देर रात यह केस दर्ज हुआ। जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि सोमवार सुबह एकादशी के मौके पर भारी भीड़ के चलते खाटू मंदिर में भगदड़ मची थी जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 लोग घायल हो गए।

कांग्रेस नेता ने दर्ज कराया केस
सीकर के कांग्रेस नेता और पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रामदेव सिंह खोखर ने मामला दर्ज करवाया है कि मंदिर के पट 5 घंटे बंद रहने के कारण प्रवेश द्वार पर हजारों की संख्या में भीड़ मौजूद हो गई। जैसे ही मंदिर के पट खुले तो अचानक भीड़ अनियंत्रित हो गई जिसके बाद भगदड़ मच गई। जिसमें तीन महिलाओं की मौत हुई। रामदेव का कहना है कि मंदिर कमेटी के अध्यक्ष  शिम्भूसिंह चौहान, कमेटी के कर्ताधर्ता प्रताप सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष कालुसिंह, भवानी सिंह चौहान है। इनके बीच जी मंदिर कमेटी को लेकर आपसी विवाद है। विवाद के चलते ही गेट को षडयंत्र पूर्वक बंद किया गया था। रामदेव के मुताबिक इन पांचों ने हत्या के साथ-साथ मंदिर पर दाग लगाने का काम किया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

देर शाम पहुंचे तीनों महिलाओं के शव
खाटू श्याम मंदिर में मची भगदड़ के बाद करीब 3 से 4 घंटे तक के परिजनों को तीनों महिलाओं के शव  नही मिले। इसके बाद दोपहर करीब 2:00 से 3:00 बजे तक तीनों का पोस्टमार्टम किया गया। घटना में मृत तीनों महिलाओं का शव देर रात तक उनके घरों पर पहुंचा। शव पहुंचने के साथ ही घरों में कोहराम मच गया क्योंकि अपनी मन्नत मांगने के लिए जो महिलाएं बाबा श्याम के दरबार पर गई थी उनके शव वापस लौटे हैं। आज तीनों महिलाओं के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मृतको के परिजनों में मन में आक्रोश

मृतकों के परिजनों का कहना है कि सरकार ने भले ही 5- 5 लाख का मुआवजा देने की बात कह दी हो लेकिन क्या वह हमारे परिवार के सदस्य की कमी को पूरा कर पाएगी। मृतकों के परिजनों में भी इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि लापरवाही के चलते उनके परिवार के सदस्य की जान चली गई। दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

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