राजस्थान में पुजारी को पेट्रोल डालकर जलाया, इलाज के दौरान मौत; भाजपा बोली- राज्य में गुंडों का राज

मंदिर में अतिक्रमण को लेकर काफी समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। गांव वालों की इस मामले में पंचायत भी हुई थी,उसमें पंच पटेलों ने मंदिर भूमि से कब्जा हटाने को कहा था। लेकिन, आरोपियों ने बात नहीं मानी। वे बुधवार को वे लोग इस भूमि पर छप्पर डालकर कब्जा पुख्ता कर रहे थे, जब पुजारी ने विरोध किया तो इस वारदात को अंजाम दिया। वहीं, पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 9, 2020 8:36 AM IST / Updated: Oct 09 2020, 04:07 PM IST

करौली (Rajasthan).  राजस्थान के करौली में मंदिर की जमीन को लेकर हो रहे दो पक्षों में विवाद के दौरान पुजारी को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। इलाज के दौरान पुजारी की मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है। वहीं, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने घटना की कड़ी निंदा की है। यह घटना सपोटरा थाना इलाके के बूकना गांव (Bukna Village) की है।


भाजपा ने साधा निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, राजस्थान में आज कोई भी सुरक्षित नहीं है। न महिलाएं, न बच्चे, न पुजारी और न ही पुलिस। जो सरकार पांच-सितारा होटल में महीनों तक रहती है, वह सिर्फ अपना बचाव कर सकती है। जनता का नहीं। उन्होंने कहा, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, राजस्थान ​महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सबसे पहला स्थान है। यहां गुंडों का राज है। यहां सिर्फ कांग्रेस के विधायकों और उनके मंत्रियों का बचाव हो रहा है। यहां जनता की कोई सुरक्षा नहीं हो रही है। 

यह है पूरा मामला
पुलिस को दिए गए तहरीर के मुताबिक मंदिर की भूमि पर कब्जा करने के लिए कैलाश मीणा, शंकर, नमो, रामलखन मीणा आदि छप्पर डाल रहे थे। इस दौरान बुजुर्ग पुजारी बाबूलाल ने उनको रोकने की कोशिश की। इस पर आरोपियों ने उन पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इससे पुजारी बुरी तरह से झुलस गए। परिजनों ने पुजारी को पहले सपोटरा चिकित्सालय में भर्ती कराया। लेकिन, स्थिति नाजुक होने पर उन्‍हें जयपुर रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान गुरुवार शाम को पुजारी की मौत हो गई।

पंचायत भी सुना चुना था फैसला
मंदिर में अतिक्रमण को लेकर काफी समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। गांव वालों की इस मामले में पंचायत भी हुई थी,उसमें पंच पटेलों ने मंदिर भूमि से कब्जा हटाने को कहा था। लेकिन, आरोपियों ने बात नहीं मानी। वे बुधवार को वे लोग इस भूमि पर छप्पर डालकर कब्जा पुख्ता कर रहे थे, जब पुजारी ने विरोध किया तो इस वारदात को अंजाम दिया। वहीं, पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है।

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