ये है नूपुर शर्मा का सिर कलम करने की धमकी देने वाला आरोपी, जानिए इसकी कुंडली...13 थानों में चल रहे हैं केस

अजमेर में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती ने 50 सेकंड के वीडियो में सलमान ने कहा है कि अगर कोई भी नूपुर शर्मा का सर काट कर ले कर आता है तो वह उसे अपना घर दे देगा।  उसके पास जो संपत्ति है वह उसे दे देगा और उसके बाद घर से पैदल ही निकल जाएगा।  

Asianet News Hindi | Published : Jul 5, 2022 1:48 PM IST / Updated: Jul 05 2022, 07:33 PM IST

अजमेर. नूपुर शर्मा भाजपा की निलंबित नेता के द्वारा कुछ समय पहले दिया गया बयान राजस्थान में जानलेवा साबित हुआ।  इस बयान से संबंधित पोस्ट वायरल करने के बाद उदयपुर के कन्हैयालाल को अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी।  इस हत्याकांड के बाद राजस्थान से दिल्ली तक बवाल मचा हुआ है । जो 7 दिन से लगातार जारी है।  इन सबके बीच पुलिस और प्रशासन अलग-अलग तरीकों से इस बवाल को थामने की कोशिश कर रहा है , लेकिन बवाल है कि थमने का नाम नहीं ले रखा है। अब एक नया विवाद अजमेर जिले से सामने आया हैं । अजमेर में दरगाह थाना क्षेत्र में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती ने 50 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। वीडियो इतना सेंसेटिव है कि उससे फिर कोई बड़ा बवाल मच सकता था। वीडियो वायरल करने के बाद सलमान घर से भाग गया है, उसकी तलाश में पूरे जिले की पुलिस लगी हुई है। 

नूपुर शर्मा के लिए यह सब कहां गया है 
दरअसल, 50 सेकंड के वीडियो में सलमान ने कहा है कि अगर कोई भी नूपुर शर्मा का सर काट कर ले कर आता है तो वह उसे अपना घर दे देगा।  उसके पास जो संपत्ति है वह उसे दे देगा और उसके बाद घर से पैदल ही निकल जाएगा।  50 सेकंड के वीडियो में नूपुर शर्मा को गालियां दी गई है । साथ ही भाजपा के नेताओं को भी कोसा गया है । इस वीडियो के वायरल होने के बाद जैसे ही पुलिस को सूचना मिली पुलिस दरगाह क्षेत्र में घांसी मोहल्ले में स्थित सलमान के घर जा पहुंची ,लेकिन वह कुछ देर पहले ही वहां से फरार हो गया।

पहले से उस पर 13 थानों में चल रहे हैं केस
दरगाह थाना पुलिस ने बताया है कि सलमान चिश्ती पर 13 मुकदमे चल रहे हैं।  जिनमें से 12 में वह बरी हो चुका है।  इस में हत्या , हत्या के प्रयास समेत अन्य कई गंभीर धाराओं के केस है। अब उस पर नया केस दर्ज कर लिया गया है।  उसकी तलाश की जा रही है । 

सरकार और प्रशासन ने ऐसी पोस्ट ना करने की दी है हिदायत
गौरतलब है कि उदयपुर में मचे बवाल के बाद सोशल मीडिया पर किसी तरह का आक्रोश नहीं फैले इसीलिए 4 से 5 दिन तक राजस्थान में इंटरनेट बंद कर दिया गया था । उसके बाद भी कुछ दिनों में कई घंटे ज्यादा इंटरनेट बंदी की गई ताकि आक्रोश फैलाने वाली पोस्ट वायरल नहीं हो सके । ऐसा हुआ भी,  लेकिन जैसे ही इंटरनेट खोला गया उसके बाद इस तरह की पोस्ट वायरल होना शुरू हो गई है।   मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अफसर  पहले ही जनता से अपील कर चुके हैं कि वैमनस्य और आतंकवाद फैलाने वाली किसी भी तरह की पोस्ट को सोशल मीडिया पर वायरल ना करें । ऐसा करने वाले करीब 7 लोगों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।

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