कन्हैयालाल हत्याकांड और हत्यारे रियाज मोहम्मद और गोस मोहम्मद के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे से हो रहे हैं। अब जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने कन्हैया को मारने के लिए जो चाकू इस्तेमाल किया था, वो उदयपुर की एक फैक्ट्री में खास तरह से तैयार किया था। साथ ही दोनों प्रदेश के युवाओं को स्लीपर सेल की ट्रेनिंग दे रहे थे।
उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में तालिबानी तरीके से हुई युवक की हत्या के मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। NIA की अब तक की जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपी दावते इस्लामी संगठन से जुड़े हुए थे। जो मूल रूप से पाकिस्तान का है। दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस नेपाल के जरिए कराची जाकर ट्रेनिंग भी ले चुके हैं। वहां से लौटने के बाद दोनों आरोपी लगातार संगठन के लोगों के संपर्क में थे। दोनों आरोपी अपने फोन के जरिए पाकिस्तान समेत कई अरब देशों में बात करते थे। राजस्थान में दोनों आरोपी अपना नेटवर्क फैलाने की प्रयास में थे। जिन्होंने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए कई युवाओं को उस में जोड़ा। इन्हें स्लीपर सेल बनाने के लिए दोनों आरोपी फंडिंग भी लेते थे।
हत्यारे कई युवाओं को दे रहे थे स्लीपर सेल की ट्रेनिंग
जांच में सामने आया है कि उदयपुर राजसमंद भीलवाड़ा टोंक समेत आसपास के करीब 8 जिलों में दोनों हत्यारों ने कई युवाओं को अपने साथ जुड़ा हुआ था जिन्हें स्लीपर सेल बनाने की ट्रेनिंग दे रहे थे। दोनों आरोपी युवाओं को भड़काऊ वीडियो भेज कर उनका ब्रेनवाश करते और ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए तैयार करते।
हत्या करने के लिए फैक्ट्री में तैयार किया था खंजर
गुरुवार सुबह जब एसआईटी की टीम ने दोनों हमलावरों के काम करने वाली फैक्ट्री में तलाश की तो वहां से टीम को कुछ हथियार भी मिले हैं। सूत्रों की माने तो कन्हैयालाल को मारने के लिए खंजर की तरह तैयार किया चाकू भी यही आरोपियों ने बनाया था।
तालिबानी हत्यारों को आज दिल्ली ले जा सकती गई NIA :
घटना के बाद आज एनआईए दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर सकती है। जिसके बाद यहां से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर दिल्ली ले जा सकता है। वहीं पुलिस और स्पेशल टीमें लगातार अब दोनों आरोपियों के संपर्क में आने वाले हर एक व्यक्ति से पूछताछ करने में लगी हुई है। वही आरोपी रियाज के भीलवाड़ा जिले के आसींद गांव में मकान पर भी भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया हुआ है।