कन्हैयालाल की हत्या के खिलाफ उदयपुर में हजारों लोगों ने मौन जुलूस निकाला है। कई जिलों में बंद है। पुलिस ने गुजरात बॉर्डर पर बसों को रोक दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीड़ित परिजनों से मिलने उदयपुर पहुंचे हैं।
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या (Kanhaiyalal Murder) के खिलाफ हिंदू संगठनों ने मौन जुलूस निकाला है। सर्व समाज की ओर से निकाले गए जुलूस में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। घटना के विरोध में राज्य के कई जिलों में बंद है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने गुजरात बॉर्डर पर बसों को रोक दिया है। दूसरी ओर पुलिस को ऐसी जानकारी मिली है कि दोनों हत्यारे (गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार) सीरियल ब्लास्ट कर जयपुर को दहलाने वाले थे।
कन्हैयालाल की हत्या के चलते उदयपुर के लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी है। लोग कह रहे हैं कि अगर पुलिस समय रहते सुरक्षा मुहैया कराती तो यह नौबत नहीं आती। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीड़ित परिजनों से मिलने उदयपुर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को 51 लाख रुपए का चेक दिया। अशोक गहलोत ने कहा कि मेरी उम्मीद है कि एनआईए इस केस की जांच तय समय में पूरा करे। हम इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की मांग कर रहे हैं ताकि हत्यारों को जल्द से जल्द सजा मिले। दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। हम एनआईए को पूरा सहयोग करेंगे। कन्हैयालाल को पुलिस द्वारा सुरक्षा दी गई या नहीं इस बात की जांच भी एनआईए कर रही है।
एनआईए जल्द मुजरिमों को सजा दिलाए
सीएम अशोक गहलोत ने कन्हैयालाल के हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर दोनों मुजरिमों को पकड़ लिया। रातभर में पता लगा लिया कि मुजरिमों के अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं। यह दो पक्ष का नहीं, आतंकवाद का मामला है। दोनों के खिलाफ आतंकवाद से संबंधी धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मैंने सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की। सभी ने दोनों के पकड़े जाने की तारीफ की है। एनआईए मामले की जांच कर रही है। मुझे उम्मीद है कि एनआईए जितनी जल्द हो इन्हें सजा दिलवाएगी।
ISIS से थे हत्यारों के संबंध, जयपुर में थी आतंकी हमले की प्लानिंग
पुलिस को जानकारी मिली है कि कन्हैयालाल के हत्यारों के संबंध ISIS से थे। इनलोगों ने जयपुर में आतंकी हमला करने की प्लानिंग की थी। वे सीरियल ब्लास्ट कर जयपुर को दहलाने वाले थे। वहीं, सूत्रों के अनुसार दोनों को एनआईए पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाएगी। इनके मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। दोनों आरोपी सोशल मीडिया पर किस तरह के पोस्ट और चैट कर रहे थे इसकी जांच के लिए एनआईए की टीम साइबर और फॉरेंसिक टीम की मदद ले रही है। इस बात का भी पता चला है कि इनके तार 'दावत-ए-इस्लाम'नाम के संगठन से जुड़े थे।
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बता दें कि मंगलवार की शाम गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार ने टेलर कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। दोनों कपड़े सिलाने के बहाने दुकान में आए थे। कन्हैयालाल नाप ले रहे थे तभी दोनों ने उनपर हमला कर दिया था। कन्हैयालाल ने निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके बाद से उन्हें धमकियां मिल रहीं थी। कन्हैयालाल ने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस द्वारा सुरक्षा नहीं दी गई। बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार किया गया था।
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