राजस्थान में गर्मी और लू अपना असर अभी भी दिखा रहे है। भले वहां नौतपा अलग- अलग जिलों में हुई बारिस के कारण ठंडे में निकल गया हो लेकिन अब वहां गर्मी तेवर दिखा रही है। कई शहर हीटवेव की चपेट में अगले सप्ताह चाल बदलेगा पारा
जयपुर. राजस्थान में पिछले सप्ताह ही नौतपा खत्म हुआ है। दस साल में यह दूसरी बार है कि नौतपा में राजस्थान की धरती अपेक्षाकृत कम तपी है। शहर पिछले कुछ सालों की तुलना में कम गर्म रहे हैं। हांलाकि अधिकतम दो डिग्री का ही फर्क पड़ा है। लेकिन हल्की राहत मिली है। नौतपा अब जा चुका है और अक्सर यही होता है कि नौतपा के बाद राज्य में पारा भी धीरे धीरे कम होने लगता है। लेकिन अब मौसम का सिस्टम बदल रहा है, या कहे ग्लोबल इंवायरोमेंट के कारण बिगड़ने लगा है। जिससे नौतपा जाने के बाद पारा कम होने की जगह चढ़ता जा रहा है। राजस्थान के कई शहरों में तो पारा 47 डिग्री के करीब तक पहुंच रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले सप्ताह से मौसम सामान्य होने की उम्मीद है और पारा कम होने की आशंका है।
सबसे गर्म रहा है गंगानगर, आग सरीखी लपटों ने जीना कर दिया मुहाल
पिछले चौबीस घंटों में राजस्थान के प्रमुख शहरों का तापमान बढ़ा है। जिसमें गंगानगर जिला सबसे गर्म रहा है। जिले का अधिकतम पारा 46.7 तक जा पहुंचा है। धौलपुर जिला 46 डिग्री तक उबल चुका है। चूरु 45 डिग्री, हनुमानगढ़ 45.1, करौली 45 बीकानेर 43.8, बाडमेर 43.1, जैसलमेर 43, बूंदी 44.8, कोटा 44.4 और सवाई माधोपुर जिल 43.6 डिग्री पर रहा है। जयपुर शहर में भी करीब 43 डिग्री तक तापमान अधिकतर रिकार्ड किया गया है।
बादलों की आवाजाही से कई शहरों में तीन डिग्री तक गिरा पारा, बूंदाबादी संभव
हीटवेव के बीच कई शहरों में बादलों की लेयर दिखने लगी है, साथ ही धूल भरा अंधड़ भी देखने को मिला है। जिससे पारा करीब तीन डिग्री तक गिरा है। जिन शहरों में यह माहौल बना उसमें जयपुर, टोंक, अजमेर सहित कुछ अन्य जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार जिन जिलों में बादलों का जमावड़ा है वहां पर बेहद हल्की बूंदाबादी संभव है। राजस्थान में मानसून पहुंचने की भविष्यवाणी जुलाई महीने में बताई गई है। राजस्थान की आठ करोड़ जनता को अभी इस महीने और तपन झेलनी पड़ सकती है।