
वैसे तो देवी को प्रसन्न करने के अनेक व्रत-उत्सव वर्ष भर मनाए जाते हैं, लेकिन इन सभी में चैत्र नवरात्रि का महत्व सबसे अधिक है। इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2023) का पर्व 22 से 30 मार्च तक मनाया जाएगा। इन 9 दिनों में देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इन 9 दिनों में अगर राशि अनुसार उपाय किए जाएं तो लाइफ में चल रही परेशानियां काफी हद तक कम हो सकती हैं (Chaitra Navratri Rashi Anusar Upay)। आगे जानिए चैत्र नवरात्रि में राशि अनुसार, कौन-से उपाय किए जा सकते हैं…
इस राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि के लोग देवी दुर्गा को लाल चुनरी और सुहाग का सामान जैसे कुमकुम, मेहंदी, चूड़ी आदि चीजें अर्पित करें। साथ ही लाल फल दैसे अनार का भोग लगाएं। इससे इनकी मनोकामना जरूरी पूरी होगी।
इस राशि का स्वामी शुक्र है। इस राशि के लोग नवरात्रि के दौरान देवी को सफेद वस्त्र चढ़ाएं और देवी महागौरी की पूजा करें। सप्तश्लोकी दुर्गा का पाठ करना बेहद लाभप्रद होगा। दूध से बनी मिठाई का भोग इस राशि वाले देवी को लगा सकते हैं।
इस राशि का स्वामी बुध ग्रह है। इस राशि के लोग नवरात्रि में मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें और इन्हें शक्कर और पंचामृत का भोग लगाएं। संभव हो तो रोज देवी के मंत्रों का जाप भी करें। इससे इनके घर में सुख-शांति बनी रहेगी।
इस राशि के स्वामी चंद्रमा हैं। इस राशि के लोग देवी चंद्रघंटा की पूजा करें और उन्हें दही, चावल और बताशे का भोग लगायें। संभव हो तो किसी देवी मंदिर के अन्नक्षेत्र में चावल का दान भी करें। इससे इन्हें शुभ फल मिलेंगे।
इस राशि के स्वामी सूर्यदेव हैं। इस राशि के लोग मां कुष्मांडा की पूजा करें और किसी देवी मंदिर में केसरिया ध्वज का दान करें। केसर मिश्रित दूध का भोग लगाएं। इससे इनकी धन से संबंधित परेशानियां दूर हो सकती हैं।
इस राशि का स्वामी बुध ग्रह है। इस राशि के लोग देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा करें और गाय के दूध और चावल से बनी खीर का भोग लगाएं। संभव हो तो नवरात्रि के दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करें। इससे इनकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
इस राशि के स्वामी शुक्र हैं। इस राशि के लोग देवी को चमकीले रंग के वस्त्र चढ़ाएं और बाद में इसे किसी ब्राह्मण स्त्री को दान कर दें। सफेद फूलों की माला पहनाएं और दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। इससे घर परिवार में आएंगी।
इस राशि का स्वामी मंगल है। इस राशि के लोग देवी सिद्धिदात्री की पूजा करें और लाल फूल चढ़ाएं। देवी का गुड़ या इससे बनी मिठाई जैसे गजक का भोग लगा सकते हैं। ऐसा करने से इनकी परेशानियां कम हो सकती हैं।
इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इस राशि वाले नवरात्रि में देवी महागौरी की पूजा करें और पीले वस्त्र देवी को अर्पित करें। नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। इनके जीवन में शांति बनी रहेगी।
इस राशि के स्वामी शनिदेव हैं। इस राशि वाले देवी कालरात्रि की पूजा करें और नवरात्रि के दौरान दुर्गा चालीसा का पाठ करें। चॉकलेटी रंग की बर्फी का भोग देवी को लगाएं। इस उपाय से इनकी सभी मनोकामना पूरी हो सकती है।
इस राशि के स्वामी भी शनिदेव ही हैं। इस राशि के लोग देवी कालरात्रि की पूजा करें और देवी कवच का पाठ करें। मूंगफली से बनी मिठाई का भोग देवी को लगाएं। इससे इनके घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
इस राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इस राशि के लोग देवी शैलपुत्री की पूजा करें और देवी के मंत्रों का जाप नवरात्रि के दौरान करें। भोग के रूप में केसर की मिठाई चढ़ाएं। इससे इनकी सारी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
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