Sawan 2025 Last Date: सावन मास शिवजी की पूजा के लिए बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यता है कि सावन मास में कुछ खास उपाय, पूजा, मंत्र जाप आदि करने से महादेव की कृपा भक्तों पर बनी रहेगी। जानें 2025 में कब है सावन का अंतिम दिन।
Kab Hai Sawan 2025 Ki Last Date: धर्म ग्रंथों में सावन मास का विशेष महत्व बताया गया है। ये हिंदू पंचांग का पांचवां महीना है। सावन का सही शब्द श्रावण है, जिसका अर्थ है सुनना। यानी इस महीने में भगवान शिव की कथाओं को सुनना चाहिए और उनके गुणों को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। इस बार सावन मास की शुरूआत 11 जुलाई से हुई थी। इस महीने का अंतिम दिन कब रहेगा, इसे लेकर लोगों के मन में संशय है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा से जानिए कब है सावन 2025 का अंतिम दिन और इस दिन कौन-से उपाय करें…
DID YOU KNOW ?
क्यों पड़ा इस महीने का नाम श्रावण?
हिंदू पंचांग के पांचवें महीने के अंतिम दिन चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होता है। इसी के चलते इस महीने का नाम श्रावण रखा गया है।
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सावन 2025 का अंतिम दिन कब है?
पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि पर सावन मास समाप्त होता है। इस बार सावन मास की पूर्णिमा तिथि 08 अगस्त की दोपहर 02:12 से 09 अगस्त की दोपहर 01:24 तक रहेगी। चूंकि पूर्णिमा तिथि 9 अगस्त की दोपहर को समाप्त हो जाएगी, इसलिए यही सावन मास का अंतिम दिन रहेगा। इस दिन सौभाग्य, सुस्थिर, सर्वार्थसिद्धि और वर्धमान नाम के 4 शुभ योग बनेंगे।
सावन में शिवलिंग पर जल चढ़ाने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। सावन के अंतिम दिन यानी 9 अगस्त, शनिवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त सुबह 04:28 से 05:16 तक रहेगा। इसके बाद सुबह 07:41 से 09:18 तक का समय भी जलाभिषेक के लिए श्रेष्ठ है।
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सावन के अंतिम दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं?
सावन 2025 के अंतिम यानी 9 अगस्त, शनिवार को शिवलिंग पर आप चावल जरूर चढ़ाएं। ये चावल साबूत होना चाहिए यानी बिना टूटे हुए। शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से धन लाभ के योग बनते हैं। इस दिन आप शिवलिंग पर धतूरा, बिल्व पत्र व आंकड़े के फूल भी चढ़ा सकते हैं।
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सावन के अंतिम दिन कौन-सा उपाय करें?
सावन मास के अंतिम दिन आप शिवजी को प्रसन्न करने के लिए अनेक उपाय कर सकते हैं जैसे शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। शिवजी के मंत्रों का जाप करें। गाय को हरा चारा खिलाएं आदि। इन उपायों के अलावा रुद्राभिषेक करने से भी शिवजी की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहती है।
Disclaimer इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।