Lunar Eclipse 2025: भारत में कब दिखेगा चंद्रग्रहण? नोट करें डेट और सूतक का समय

Published : Jul 18, 2025, 09:46 AM ISTUpdated : Jul 18, 2025, 10:30 AM IST

Chandra Grahan 2025 Date: साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण सितंबर में होगा। खास बात ये है कि ये चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। इस साल ये एकमात्र ग्रहण होगा जो भारत में दिखाई देने वाला है। 

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कब होगा साल 2025 का दूसरा चंद्रग्रहण?

Kab Hoga Chandra Grahan 2025: चंद्र व सूर्य ग्रहण समय-समय पर होते रहते हैं। वैसे तो ये खगोलीय घटनाएं हैं लेकिन भारत में इसका ज्योतिष और धार्मिक महत्व भी है। साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण सिंतबर में होने जा रहा है। सभी लोग इसे लेकर काफी उत्सुक हैं, वे ये जानना चाहते हैं कि ये ग्रहण किस तारीख को होगा, इसके सूतक का समय क्या रहेगा और ये किन देशों में दिखाई देगा आदि? आगे जानिए सितंबर 2025 में होने वाले चंद्रग्रहण से जुड़ी हर बात…

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सितंबर 2025 में कब होगा चंद्रग्रहण? (lunar eclipse 2025 date)

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा के अनुसार, साल 2025 का दूसरा चंद्रग्रहण 7 सितंबर, रविवार को होगा। पंचांग के अनुसार इस दिन भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि रहेगी। भारतीय समय के अनुसार, ये ग्रहण रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगा, जो 12 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा।


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क्या भारत में दिखेगा ये चंद्र ग्रहण?

साल 2025 का यही एकमात्र चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। भाद्रपद मास की पूर्णिमा की रात लोग इसे नंगी आंखों से अपने घर की छत से देख सकेंगे। वहीं वैद्यशाला में टेलीस्कोप की मदद से भी इसे और आसानी व नजदीक से देखा जा सकेगा। भारत के अलावा अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, यूरोप आदि स्थानों पर भी दिखाई दिखाई देगा।

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क्या रहेगा सूतक का समय? (Chandra Grahan 2025 Sutak Time)

भारत में ये चंद्रग्रहण दिखाई देगा, जिसके चलते यहां इसके सभी नियम जैसे सूतक आदि भी मान्य होंगे। इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा। यानी इस सूतक का समय दोपहर 12 बजकर 57 मिनिट से शुरू होगा जो ग्रहण के अंत तक रहेगा।

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क्यों होता है चंद्रग्रहण? (Kyo Hota Hai Chandra Grahan)

चंद्रग्रहण के पीछे जहां वैज्ञानिक तथ्य हैं वहीं धार्मिक मान्यताएं भी प्रचलित हैं। खगोल शास्त्रियों के अनुसार, जब अपनी कक्षा में घूमते हुए जब पृथ्वी, चंद्रमा, और सूर्य के बीच आ जाती है तो पृथ्वी की छाया सीधे ढंक जाता है, जिससे कुछ देर के लिए चंद्रमा दिखाई नहीं देता, इसे ही चंद्रग्रहण कहते हैं। वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राहु और केतु चंद्रमा को निकल लेते हैं, जिससे चंद्रग्रहण होता है।

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चंद्रग्रहण में क्या न करें? (Chandra Grahan Mai Kya Na Kare)

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए। भोजन भी नहीं करना चाहिए और भगवान की पूजा भी न करें। ग्रहण शुरू होने से पहले खाने-पीने की चीजों में दूर्वा या तुलसी के पत्ते भी जरूर डाल लें। ग्रहण के दौरान घर से बाहर निकलने की भी मनाही है।


Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

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