December 2023 Festival List: कालभैरव अष्टमी 5 दिसंबर को, 16 से शुरू होगा खर मास, जानें पूरे महीने के व्रत-त्योहारों की डेट्स

Published : Nov 28, 2023, 01:34 PM IST
Dec-2023-festival

सार

December 2023 Festival Detail: साल 2023 का 12वां महीना दिसंबर कुछ ही दिनों बाद शुरू होने वाला है। इस महीने में कईं प्रमुख त्योहार जैसे कालभैरव अष्टमी, मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती त्योहार मनाए जाएंगे। 

December 2023 Festival Detail: साल 2023 का 12वां महीना दिसंबर कुछ ही दिनों बाद शुरू होने वाला है। इस महीने छोटे-मोटे अनेक त्योहार मनाए जाएंगे। इन त्योहारों में काल भैरवअष्टमी, उत्पन्ना एकादशी, मोक्षदा एकदाशी और गीता जयंती प्रमुख हैं। ये महीना हिंदू पंचांग के अगहन और पौष मास के अंतर्गत रहेगा। आगे जानिए दिसंबर 2023 में मनाए जाने वाले सारे त्योहारों की डिटेल…

दिसंबर मास के व्रत-त्योहारों की लिस्ट (December 2023 Festival List)
5 दिसंबर, मंगलवार- कालभैरव अष्टमी
8 दिसंबर, शुक्रवार- उत्पन्ना एकादशी व्रत
10 दिसंबर, रविवार- प्रदोष व्रत
11 दिसंबर, सोमवार- शिव चतुर्दशी व्रत
12 दिसंबर, मंगलवार- अगहन अमावस्या
16 दिसंबर, शनिवार- विनायकी चतुर्थी व्रत, खर मास आरंभ
17 दिसंबर, रविवार- विवाह पंचमी, श्रीराम विवाहोत्सव
18 दिसंबर, सोमवार- चंपा षष्ठी
19 दिसंबर, मंगलवार- नंदा सप्तमी
23 दिसंबर, शनिवार- मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती
24 दिसंबर, रविवार- प्रदोष व्रत
25 दिसंबर, सोमवार- पिशाचमोचनी यात्रा
26 दिसंबर, मंगलवार, दत्त पूर्णिमा
30 दिसंबर, शनिवार- विनायकी चतुर्थी व्रत

16 दिसंबर से शुरू होगा खर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य धनु राशि में होता है तो इसे खर मास कहते हैं। इस बार सूर्य 16 दिसंबर को वृश्चिक से निकलकर धनु राशि में प्रवेश करेगा, जिससे खर मास शुरू हो जाएगा जो 15 जनवरी तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश आदि नहीं किए जा सकेंगे। खर मास से जुड़े और भी कईं नियम धर्म ग्रंथों में बताए गए हैं।

क्यों खास है कालभैरव अष्टमी?
अगहन मास में ही भगवान शिव ने भैरव रूप में अवतार लिया था। इसलिए इस महीने में कालभैरव अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन काशी में इसकी रौनक देखते ही बनती है। भैरव को काशी का कोतवाल कहा जाता है। धर्म ग्रंथों में भगवान भैरव से जुड़ी कईं कथाओं का वर्णन मिलता है। इस बार कालभैरव अष्टमी 5 दिसंबर, मंगलवार को है।


ये भी पढ़ें-

‘सप्तपुरी’ यानी प्राचीन 7 शहरों में से एक है काशी, बाकी 6 कौन-से?


किन 5 लोगों को कभी अपने पैर नहीं छूने देना चाहिए?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

PREV

Recommended Stories

Unique Temple: इस मंदिर में आज भी गूंजती है श्रीकृष्ण की बांसुरी की आवाज, रहस्यमयी है ये जगह
किन लोगों को दिखाई देते हैं भूत-प्रेत? जानें जन्म कुंडली से