How To Identify Original Rudraksha: इन 4 तरीकों से कर सकते हैं असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान

Original Rudraksha: रुद्राक्ष का बिना भगवान शिव का श्रृंगार अधूरा माना जाता है। मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से कई तरह की परेशानियों से बचा जा सकता है। यही कारण है लोग इसे चमत्कारी वस्तु मानते हैं और इसकी पूजा भी करते हैं।

 

Manish Meharele | Published : Feb 22, 2023 10:23 AM IST

उज्जैन. पिछले कुछ दिनों रुद्राक्ष काफी चर्चाओं में है। शिवजी के स्वरूप से जुड़ा होने के कारण लोग रुद्राक्ष को चमत्कारी मानते हैं। मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने से कई तरह की परेशानियां अपने आप ही दूर हो जाती हैं। (How To Identify Original Rudraksha) रुद्राक्ष के एक नहीं कई प्रकार शिवमहापुराण में बताए गए हैं। वर्तमान में कुछ लोग नकली रुद्राक्ष को असली बताकर बेच रहे हैं। कारण ये है कि लोगों को असली रुद्राक्ष की पहचान नहीं है। आज हम आपको असली रुद्राक्ष की कुछ खास पहचान बता रहे हैं, जिससे आप आसानी से असली-नकली रुद्राक्ष को पहचान सकते हैं।

नकली रुद्राक्ष छोड़ देता है अपना रंग
असली और नकली रुद्राक्ष की पहचान करने के लिए इसे कुछ देर सरसों के तेल में डूबोकर रखें। कुछ देर बाद आप देखेंगे कि नकली रुद्राक्ष अपना रंग छोड़ने लगेगा जबकि असली रुद्राक्ष पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं होगा। कुछ लोग नकली रुद्राक्ष को असली बनाने के लिए उस पर रंग कर देते हैं, जो सरसों के तेल में डूबोने पर निकल जाता है।

असली रुद्राक्ष पानी में नहीं डूबता
असली-नकली रुद्राक्ष की सही पहचान करने का एक और सबसे आसान तरीका ये है कि इन्हें पानी में डालने पर असली रुद्राक्ष डूब जाता है जबकि नकली पानी पर तैरता रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि असली रुद्राक्ष ठोस और वजनदार होता है जबकि नकली रुद्राक्ष हल्का और खोखला होता है इसलिए वह आसानी से पानी में डूब जाता है।

असली रुद्राक्ष में होता है प्राकृतिक छेद
रुद्राक्ष को माला की तरह गले में धारण किया जाता है, इसके लिए उसमें प्राकृतिक रूप से छेद होता है जबकि नकली रुद्राक्ष में छेद किया जाता है। अगर गौर से देखा जाए तो प्राकृतिक छेद और कृत्रिम छेद को आसानी से पहचाना जा सकता है। इसके आधार पर भी असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान की जा सकती है।

ऐसे भी कर सकते हैं पहचान
रुद्राक्ष की पहचान एक और तरीके से की जा सकती है। इसके लिए किसी नुकीली चीज से रुद्राक्ष को कुरेदना चाहिए। यदि उसमें रेशा निकलने लगे तो समझ लीजिए कि वह रुद्राक्ष असली है और यदि उस रुद्राक्ष से रेशा न निकले तो समझ लीजिए कि वह रुद्राक्ष नकली है। इस तरह असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान की जा सकती है।


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