Mahakal Sawari 2023: कब निकलेगी बाबा महाकाल की पहली सवारी, क्या रहेगा रुट, किस रूप में दर्शन देंगे भगवान?

Mahakal Sawari 2023: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर में इन दिनों भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। सावन के पहले सोमवार को यहां भगवान महाकाल की पहली सवारी निकाली जाएगी। इसके लिए मंदिर समिति और प्रशासन ने खास तैयारियां की हैं।

 

Manish Meharele | Published : Jul 8, 2023 9:44 AM IST

उज्जैन. वैसे तो हमारे देश में भगवान शिव के अनेक प्राचीन मंदिर हैं, लेकिन इन सभी में 12 ज्योतिर्लिंगों का विशेष महत्व है। इनमें से तीसरा ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर है जो मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में स्थित है। हर साल सावन मास में यहां भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाती है, जिसे देखने के लिए यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है। उज्जैन वाले भगवान महाकाल को अपना राजा मानते हैं। मान्यता है कि भगवान महाकाल सावन मास में अपनी प्रजा का हाल जानने पालकी में सवार होकर निकलते हैं। आगे जानिए भगवान महाकाल की पहली सवारी (Mahakal Sawari 2023) कब निकलेगी और आप कैसे घर बैठे इसे लाइव देख सकते हैं…

इस दिन निकलेगी सवारी, ये रहेगा रुट (Mahakal Frist Sawari 2023 Date)
सावन का पहला सोमवार को 10 जुलाई को है। भगवान महाकाल की पहली सवारी इसी दिन निकलेगी। पहली सवारी में भगवान महाकाल चंद्रमौलेश्वर रूप में दर्शन देंगे। अपने तय कार्यक्रम के अनुसार पूजा के बाद शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी मंदिर परिसर से बाहर निकलेगी। यहां पुलिस द्वारा भगवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। यहां से सवारी महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा, कहारवाड़ी होते हुए रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर पूजा के बाद सवारी दानी गेट, ढाबा रोड़, गोपाल मंदिर के सामने से होते हुए पुन: मंदिर परिसर में आएगी।

सोमवार को शीघ्र दर्शन और प्रोटोकाल व्यवस्था बंद (Sawan Somvar 2023 Mahakal Darshan System)
सावन मास शुरू होते ही महाकाल मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। इसे देखते हुए मंदिर समिति और प्रशासन ने व्यवस्थाओं में परिवर्तन किए हैं। सोमवार को अधिक भीड़ होने से 250 रूपए वाली शीघ्र दर्शन व्यवस्था और प्रोटोकाल की व्यवस्था बंद रहेगी। यानी सभी लोगों को आम दर्शनार्थियों की तरह लाइन में लगकर ही महाकाल मंदिर में प्रवेश करना होगा।

भस्मारती का समय भी बदला (Mahakal Bhasmarti Time In Sawan 2023)
सावन मास के भक्तों की संख्या को देखते हुए रोज सुबह होने वाली भस्मारती के समय भी परिवर्तन किया गया है। परंपरा अनुसार सुबह 4 की जाने वाली भस्मारती सावन मास के दौरान प्रतिदिन सुबह 3 बजे की जाएगी। वहीं सावन के प्रत्येक सोमवार को इसका समय रात 2.30 बजे का रहेगा। सावन मास में भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा। ये नियम 11 सितंबर तक रहेगा।

साल 2023 में कब-कब निकलेगी महाकाल की सवारी? (Mahakal Sawari Ujjain 2023 Date)
पहली सवारी- 10 जुलाई को
दूसरी सवारी- 17 जुलाई को
तीसरी सवारी- 24 जुलाई को
चौथी सवारी- 31 जुलाई को
पांचवी सवारी- 7 अगस्त को
छठी सवारी- 14 अगस्त को
सातवीं सवारी- 21 अगस्त को
आठवीं सवारी- 28 अगस्त को
नौवीं सवारी- 4 सितंबर को
अंतिम शाही सवारी- 11 सितंबर को


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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