केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) की तैयारियों की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक की है। उन्होंने भारतीय एथलीटों की सहायता के लिए समन्वय समूह की स्थापना की है।
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा के लिए हाई लेवल बैठक की। इस दौरान उन्होंने भारतीय एथलीटों की सहायता के लिए समन्वय समूह की स्थापना की। इस समूह की जिम्मेदारी एथलीट को हर तरह से समर्थन देना और प्रतियोगिता से पहले और उस दौरान किसी भी प्रकार की समस्या होने पर मदद करना है।
पेरिस ओलंपिक में 16 खेलों में 48 महिला एथलीटों सहित भारत के कुल 118 एथलीट भाग लेंगे। इनमें से 26 खेलो इंडिया एथलीट हैं। 72 एथलीट ने पहली बार ओलंपिक गेम्स के लिए क्वालीफाई किया है। समीक्षा बैठक के दौरान मंडाविया ने एथलीटों को उनकी जरूरत के मुताबिक सहायता प्रदान करने के लिए सभी स्टेक होल्डर्स के साथ मिलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने एथलीटों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश दोहराया। कहा, "हमारे एथलीट तैयारी और प्रतियोगिता के इस महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि हम सुनिश्चित करें कि वे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सबसे अच्छी शारीरिक और मानसिक स्थिति में हों।"
यूरोप के विभिन्न स्थानों पर ट्रेनिंग ले रहे हैं 80 फीसदी एथलीट
समीक्षा बैठक के दौरान मंडाविया ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि 80 प्रतिशत से अधिक एथलीट पहले से ही यूरोप के विभिन्न स्थानों पर ट्रेनिंग ले रहे हैं। इससे उन्हें अनुकूलन संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
TOPS से की जा रही भारतीय एथलीटों की सहायता
खेल मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के माध्यम से भारतीय एथलीटों की सहायता कर रही है। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पेरिस ओलंपिक के लिए हमारे एथलीट सबसे अच्छी तैयारी कर सकें। उनके लिए विश्व स्तरीय कोचों और विशेषज्ञों की नियुक्ति की गई है। अगर कोई एथलीट चोटिल होता है तो उसे इससे उबरने में पूरी मदद की जा रही है।
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पहली बार भारतीय एथलीटों के लिए खेल गांव में खेल विज्ञान उपकरणों के साथ एक रिकवरी सेंटर उपलब्ध होगा। इसके साथ ही पेरिस के पार्क ऑफ नेशंस में इंडिया हाउस की स्थापना की गई है। भारत फ्रांस सहित 14 अन्य देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास इसी तरह के घर हैं।