फ्रांसीसी फुटबॉलर को चार साल के लिए डोपिंग के आरापे में अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
Paul Pogba banned: फ्रांसीसी मिडफील्डर पॉल पोग्बा डोपिंग टेस्ट में पकड़े गए हैं। फ्रांसीसी फुटबॉलर को चार साल के लिए डोपिंग के आरापे में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। पॉल पोग्बा पिछले साल अगस्त में ड्रग टेस्ट में फेल हो गए थे। ला रिपब्लिका के अनुसार, जुवेंटस बनाम उडिनीज़ के सीज़न के उद्घाटन मैच के बाद 30 वर्षीय पूर्व मैनचेस्टर यूनाइटेड स्टार को टेस्टोस्टेरोन टेस्ट पॉजिटिव रहा। इसके बाद इटली में एंटी डोपिंग प्रॉसीक्यूटर ऑफिस ने उन पर कार्रवाई करते हुए बैन का आदेश जारी किया है।
उधर, पोग्बा की लीगल टीम ने उनके पक्ष में दलील देने की बजाय उनकी सजा कम करवाने के लिए अपील की है। लीगल टीम ने कहा कि पोग्बा ने अनजाने में उस पदार्थ का सेवन किया जिसके कारण वह डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए। हालांकि, अभियोजन पक्ष ने पोग्बा के बचाव को खारिज कर दिया। एंट्री डोपिंग ऑफिस ने पोग्बा पर प्रतिबंध लगा दिया है। माना जा रहा है कि इस प्रतिबंध से उनका करियर प्रभावी रूप से समाप्त हो सकता है।
अगले महीने 31वां जन्मदिन मनाएंगे
एंट्री डोपिंग द्वारा बैन किए गए फ्रेंच फुटबॉलर पॉल पोग्बा, अगले महीने अपना 31वां जन्मदिन मनाएंगे। अब अपने 35वें जन्मदिन तक फुटबॉल से दूर रहेंगे। ऐसे में उनके करियर को लेकर आशंकाओं का बादल मंडराने लगा है क्योंकि 35 साल के बाद वह फुटबॉल को जारी रख पाएंगे या नहीं? यह स्पष्ट रूप से कहा नहीं जा सकता है। पोग्बा के निलंबन से न केवल उनके शानदार करियर पर असर पड़ा है बल्कि ए लीग की प्रमुख टीमों में से एक जुवेंटस पर भी असर पड़ा है।
पोग्बा दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉलर्स में से एक रहे हैं। क्लब की अकादमी के माध्यम से प्रगति करने और जुवेंटस में फलने-फूलने के बाद, फ्रांसीसी खिलाड़ी पोग्बा 2016 में ओल्ड ट्रैफर्ड लौट आए। यहां मैनचेस्टर यूनाइटेड ने उनको टीम में लाने के लिए 89 मिलियन पाउंड खर्च किए। पोग्बा ने दो साल बाद क्रोएशिया के खिलाफ फाइनल में गोल करके फ्रांस के साथ विश्व कप जीता। हालांकि, यूनाइटेड में अपनी सफलता को दोहराने में असफल रहे।
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