
खेल डेस्क। 2024 पेरिस पैरालिंपिक (2024 Paris Paralympics) में रविवार को भारत का अभियान खत्म हो गया। यह 64 साल के इतिहास में भारत के लिए सबसे सफल पैरालिंपिक रहा। भारतीय खिलाड़ियों ने 29 मेडल जीते। इनमें से 7 गोल्ड थे।
मेडल टैली में भारत ने 18वें स्थान पर समापन किया है। यह पहली बार है जब भारत टॉप 20 में शामिल हुआ है। पेरिस में भारत ने तीन साल पहले टोक्यो में बनाए गए अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया। टोक्यो में भारत ने 5 गोल्ड सहित 19 पदक जीते थे। 1960 से 2016 तक भारत ने केवल 12 पदक जीते थे, जिसमें सिर्फ चार स्वर्ण थे।
पिछले कुछ वर्षों में पैरालिंपिक में भारत का प्रदर्शन
| एडिशन | भाग लेने वाले एथलीट | कुल पदक | स्वर्ण पदक | रजत पदक | कांस्य पदक | पदक तालिका में रैंक |
| 1960 रोम | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | हिस्सा नहीं लिया |
| 1964 टोक्यो | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | हिस्सा नहीं लिया |
| 1968 तेल अवीव | 10 | 0 | 0 | 0 | 0 | रैंक नहीं |
| 1972 हीडलबर्ग | 10 | 1 | 1 | 0 | 0 | 25 |
| 1976 टोरंटो | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | हिस्सा नहीं लिया |
| 1980 अर्नहेम | 0 | 0 | 0 | 0 | 0 | हिस्सा नहीं लिया |
| 1984 स्टोक मैंडविल/न्यूयॉर्क | 5 | 4 | 0 | 2 | 2 | 4 |
| 1988 सियोल | 2 | 0 | 0 | 0 | 0 | रैंक नहीं |
| 1992 बार्सिलोना | 9 | 0 | 0 | 0 | 0 | रैंक नहीं |
| 1996 अटलांटा | 9 | 0 | 0 | 0 | 0 | रैंक नहीं |
| 2000 सिडनी | 4 | 0 | 0 | 0 | 0 | रैंक नहीं |
| 2004 एथेंस | 12 | 2 | 1 | 0 | 1 | 53 |
| 2008 बीजिंग | 5 | 0 | 0 | 0 | 0 | रैंक नहीं |
| 2012 लंदन | 10 | 1 | 0 | 1 | 0 | 67 |
| 2016 रियो डी जेनेरो | 19 | 4 | 2 | 1 | 1 | 43 |
| 2020 टोक्यो | 54 | 19 | 5 | 8 | 6 | 24 |
| 2024 पेरिस | 84 | 29 | 7 | 9 | 13 | 18 |
| कुल | 233 | 55 | 16 | 21 | 23 | 60 |
1960 से 1980 तक भारत के खिलाड़ी ने नहीं लिया पैरालिंपिक में हिस्सा
1960, 1964, 1976, 1980 में भारत के किसी खिलाड़ी ने पैरालिंपिक में हिस्सा नहीं लिया। छह बार (1968, 1988, 1992, 1996, 2000, 2008) पैरालिंपिक में भारत को एक भी मेडल नहीं मिला। टोक्यो से पहले भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1984 और 2016 में चार-चार पदक जीतना था।
पिछले कुछ वर्षों में पैरालिंपिक में भारत का प्रदर्शन
पैरालिंपिक इतिहास में भारत के 60 पदकों में से 48 पदक टोक्यो और पेरिस में आए हैं। 2024 के पेरिस ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। इसके बाद पैरालंपिक में मिली सफलता ने भारतीय खेलों के लिए नई रोशनी दिखाई है।
पेरिस में अवनी लेखरा, सुमित अंतिल, नितेश कुमार, हरविंदर सिंह, धर्मबीर नैन, प्रवीण कुमार और नवदीप सिंह ने सात गोल्ड मेडल जीते। भारत ने जूडो में अपना पहला पैरालंपिक पदक जीता, जबकि तीरंदाजी में भी अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।
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