पेरिस पैरालंपिक 2024 में इटली और ईरान के खिलाड़ी पैरालंपिक कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन के कारण डिस्क्वालिफाई कर दिए गए। इटली के जियाकोमो पेरिनी के पास प्रतियोगिता के दौरान मोबाइल मिला, जबकि ईरानी के सैयद बेत सयाह ने राजनीतिक संदेश वाला झंडा लहराया था।
स्पोर्ट्स डेस्क। पेरिस पैरालंपिक 2024 में रोमांच बढ़ता जा रहा है। भारत ने इस बार इतिहास रचते हुए कुल 29 पदक अपने नाम कर लिए हैं। इसमें 7 गोल्ड, 9 सिल्वर और 14 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। वहीं हफ्ते भर में दो खिलाड़ियों को पैरालंपिक कोड ऑफ कंडक्ट के चलते डिस्क्वालिफाई कर दिया गया है। इनमें इटली और ईरान के दो खिलाड़ी शामिल हैं। ईरान के खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया था लेकिन एक चूक के कारण यह पुरस्कार उनसे छिन गया। आइए जानते हैं कि ऐसी क्या गलती हुई इन खिलाड़ियों से कि प्रतियोगिता से कर दिया गया डिस्क्वालिफाई…
इटली के पैरा-रोअर जियाकोमो पेरिनी ने की ये गलती
पैरालंपिक 2024 के पैरा रोइंड कॉम्पटीशन में इटली के जियाकोमो पेरिनी फाइनल राउंड में डिस्क्वालिफाई कर दिए गए। पेरिनी पैरा रोइंग प्रतियोगिता के दौरान अपने साथ मोबाइल फोन भी रखे हुए थे। प्रतियोगिता के दौरान उनकी बोट में मोबाइल फोन पाया गया जो कि पैरालंपिक कोड ऑफ कंडक्ट के विपरीत है। इसके मुताबिक खिलाड़ी कॉम्पटीशन के दौरान कोई भी कम्यूनिकेशन डिवाइस को साथ नहीं रख सकता है। पैरालंपिक नियम तोड़ने की कीमत पेरिनी को चुकानी भी पड़ी।
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ईरानी एथलीट ने किया ये काम
जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी ईरानी एथलीट को इससे हाथ धोना पड़ गया। ईरान के एथलीट सैयद बेत सयाह ने जैवलिन थ्रो प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। कॉम्पटीशन में बड़ी उपलब्धि का जश्न मनाते हुए सयाह ने अपने बैग से एक झंडा निकाला और लहराते हुए मैदान में दौड़ने लगे। कहा जा रहा है झंडे पर कुछ राजनीतिक संदेश लिखा हुआ था। पैरालंपिक कोड ऑफ कंडक्ट के चलते उन्हें इस गलती के लिए डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। सयाह के हाथ से जीता हुआ गोल्ड मेडल छिन गया। इसका फायदा भारत को हुआ। नवदीप सिंह के सिल्वर मेडल को अपग्रेड कर गोल्ड कर दिया गया।
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