पटना न्यूज: बिहार में हवाई सेवाओं का विस्तार होने जा रहा है। केंद्र सरकार की उड़ान 5.2 योजना के तहत राज्य के 10 शहर हवाई मार्ग से जुड़ेंगे। इन शहरों में छोटे विमान उड़ान भरेंगे। 10 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में इस खबर की घोषणा की गई। केंद्र सरकार को इन शहरों से हवाई सेवा शुरू करने के लिए बोलियां मिल गई हैं। इस योजना से आम लोगों के लिए हवाई यात्रा आसान हो जाएगी। बिहार सरकार से एयरपोर्ट के विकास के लिए जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी उड़ान 5.2 योजना से बिहार के 10 शहरों में नई उड़ानें होंगी। इन शहरों में सुपौल का वीरपुर, भागलपुर का सुल्तानगंज, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, चंपारण का वाल्मीकि नगर और रक्सौल, नालंदा का राजगीर, सारण का मधुबनी और छपरा शामिल हैं। यहां से छोटे विमानों का परिचालन शुरू होगा, जिससे लोगों को यात्रा करने में आसानी होगी। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री ने 10 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में दी।
इन शहरों से हवाई यात्रा शुरू करने के लिए केंद्र सरकार को कई बोलियां मिली हैं। अब सरकार इन शहरों से हवाई सेवा शुरू करने की संभावनाएं तलाश रही है। हवाई अड्डों के विकास के लिए केंद्र सरकार ने बिहार सरकार से जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। बिहार सरकार की सहमति और पुष्टि मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। इससे राज्य के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
इन हवाई अड्डों से 20 से कम सीटों वाले छोटे विमान उड़ेंगे। भाजपा सांसद डॉ. भीम सिंह ने राज्यसभा में यह सवाल पूछा। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि उड़ान 5.2 योजना के तहत बिहार के 10 शहरों में हवाई अड्डे बनाने का प्रस्ताव है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि 20 से कम सीटों वाले विमानों के लिए बोलियां मिली हैं।
दरभंगा एयरपोर्ट को उड़ान योजना के तहत विकसित किया गया था। इस एयरपोर्ट का संचालन 8 नवंबर 2020 को शुरू हुआ था। बिहार में पटना, गया और दरभंगा से घरेलू उड़ानें चल रही हैं। बिहटा में एक नए एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। पूर्णिया में भी एक एयरपोर्ट बन रहा है, जो अगले साल तक पूरा हो सकता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि बिहार में हर 200 किलोमीटर पर एक एयरपोर्ट होना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में केंद्र सरकार से अनुरोध किया है। राज्य सरकार भी इस दिशा में काम कर रही है। भागलपुर और राजगीर में नए एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव है। कैबिनेट ने इसे मंजूरी दे दी है।
बिहार में कुल 24 एयरपोर्ट हैं। इनमें से करीब 12 बंद एयरपोर्ट की मरम्मत कर उन्हें फिर से चालू करने की योजना है। इससे राज्य में एयर कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। लोगों को यात्रा करने में आसानी होगी और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। हवाई यात्रा को सस्ता और आम लोगों के लिए सुलभ बनाने में उड़ान योजना मददगार साबित हो रही है। इस योजना से दूरदराज के इलाके भी हवाई मार्ग से जुड़ रहे हैं। बिहार में हवाई अड्डों का विकास राज्य के आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
इस योजना से बिहार के पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा। राज्य के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों तक पहुंच आसान होगी। इससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। बेहतर एयर कनेक्टिविटी से व्यापार और निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा। नए उद्योग स्थापित होंगे और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा। उड़ान योजना देश के विकास में अहम भूमिका निभा रही है। यह योजना दूरदराज के इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने में मददगार साबित हो रही है।
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