
Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर सकते हैं! परिवार और पार्टी से निकाले जाने के बाद वह यह ऐलान कर सकते हैं। निष्कासन के बाद से तेज प्रताप यादव रणनीतिक बैठकें कर रहे हैं और समर्थन जुटा रहे हैं। निजी जीवन में चल रही उथल-पुथल के बीच तेज प्रताप का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। इस बीच, तेज प्रताप यादव ने शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 को शाम 5 बजे पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। हालांकि, वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं आए जिसके कारण पत्रकारों को घंटों इतजार करना पड़ा।
दरअसल, तेज प्रताप यादव 18 जुलाई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। सूत्रों का मानना है कि वह इसी कार्यक्रम के दौरान अपनी नई राजनीतिक पार्टी के गठन की आधिकारिक घोषणा कर सकते थे। लेकिन, इस बीच ऐसा क्या हुआ कि वह मीडिया से बात करने के लिए आगे नहीं आए और पत्रकार इंतजार ही करते रह गए। ये बात अब आग की तरह पूरे बिहार में फैल गई है, लोग तरह तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।
इस विवाद के बाद से तेज प्रताप यादव पटना स्थित अपने सरकारी आवास पर हैं। वह अपने समर्थकों से मिल रहे हैं। साथ ही अपने अगले कदमों की योजना भी बना रहे हैं। 10 जुलाई को तेज प्रताप यादव वैशाली जिले के महुआ गए थे। उन्होंने अपनी गाड़ी से राजद का झंडा उतारकर उसकी जगह दूसरा झंडा लगा दिया, जिस पर लालू की तस्वीर नहीं थी। उन्होंने यहां समर्थकों के साथ बैठक की और महुआ से आगामी चुनाव लड़ने के संकेत दिए। वह फिलहाल समस्तीपुर के हसनपुर से विधायक हैं, लेकिन इससे पहले 2015 से 2020 तक महुआ से विधायक रह चुके हैं।
बता दें कि 26 मई 2025 को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक्स पर पोस्ट किया था कि तेज प्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से निष्कासित किया जा रहा है। लालू यादव ने गैरजिम्मेदाराना व्यवहार का हवाला दिया था। उन्होंने कहा था कि तेज प्रताप यादव का काम पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं के खिलाफ है। तेज प्रताप को राजद से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। लालू ने यह भी कहा था कि तेज प्रताप की अब पार्टी या परिवार में कोई भूमिका नहीं होगी।
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तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के रिश्तों को लेकर हाल के महीनों में कई अटकलें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि अनुष्का न सिर्फ़ तेज प्रताप की कथित प्रेमिका हैं, बल्कि उनकी नई पार्टी में भी अहम भूमिका निभा सकती हैं। पार्टी के संगठन और प्रचार में अनुष्का की सक्रिय भागीदारी की उम्मीद जताई जा रही है, हालांकि अभी तक अनुष्का या उनके परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अगर तेज प्रताप की नई पार्टी अस्तित्व में आती है और अनुष्का भी उसमें शामिल होती हैं, तो यह राजद के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका साबित हो सकता है। खासकर तब जब एनडीए पहले से ही ग्रामीण इलाकों में पैर जमाने की कोशिश कर रहा है। बिहार की राजनीति में तेज प्रताप और अनुष्का की जोड़ी नई बहसों और संभावनाओं को जन्म दे रही है।
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सूत्रों के मुताबिक, तेज प्रताप के प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाने से पहले ही उनकी माँ राबड़ी देवी का फ़ोन आ गया। लालू यादव के कहने पर राबड़ी देवी ने तेज प्रताप को प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने के लिए समझाया। माना जा रहा है कि राबड़ी देवी ने तेज प्रताप को समझाया कि अगर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पार्टी बनाने का ऐलान किया या परिवार के ख़िलाफ़ कुछ कहा, तो हालात बिगड़ सकते हैं। तेज प्रताप अपने 'अर्जुन' तेजस्वी का चुनावी माहौल बिगाड़ सकते हैं।
राबड़ी देवी के समझाने के बाद ही तेज प्रताप यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं गए। आपको बता दें, लालू परिवार से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप सिर्फ़ अपनी माँ राबड़ी देवी से ही बात करते हैं। तेज प्रताप ने कल ख़ुद इस बात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उनकी माँ फ़ोन पर उनका हालचाल पूछती रहती हैं। उनकी माँ ने उन्हें आम भी भेजे हैं।
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