बेटी को मारने नाक में भर दी फेवी क्वीक, पर वो बच गई, तब किलर बाप ने रची दूसरी साजिश, घी के डिब्बे में मिली लाश की मिस्ट्री
बिहार की राजधानी पटना में एक मासूम की उसके ही पिता ने सिर्फ इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसके दिल में छेद था। यही नहीं, किलर पिता ने ढाई साल की मासूम की लाश डालडा घी के डिब्बे में ठूंसकर रखी दी, ताकि मौका मिलने पर उसे ठिकाने लगाया जा सके।
Contributor Asianet | Published : Apr 29, 2023 3:54 AM IST / Updated: Apr 29 2023, 09:28 AM IST
पटना. बिहार की राजधानी पटना में एक मासूम की उसके ही पिता ने सिर्फ इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसके दिल में छेद था। यही नहीं, किलर पिता ने ढाई साल की मासूम की लाश डालडा घी के डिब्बे में ठूंसकर रखी दी, ताकि मौका मिलने पर उसे ठिकाने लगाया जा सके। चौंकाने वाला यह मर्डर 26 अप्रैल का हुआ था। अगले दिन बच्ची की लाश बरामद हुई थी। मामला अब मीडिया की सुर्खिया में आया है।आरोपी ने पहले भी नाक में फेवी क्वीक भरकर मारने की कोशिश की थी।
पुलिस की पूछताछ में कदमकुआं थाना क्षेत्र के काजीपुर के रहने वाले आरोपी पिता भरत कुमार ने बताया कि वो यारपुर इलाके में अंडे का ठेला लगता है। वो किराए के घर में रहता है। उसका एक बेटा भी है।
आरोपी पिता भरत कुमार ने बताया कि अंशी के दिल में छेद था। इससे उसकी तबीयत खराब रहती थी। उसने अपनी पत्नी के जेवर बेचकर इलाज कराया। करीब 2 लाख खर्च करने के बाद भी हेल्थ में कोई सुधार नहीं हुआ। वो पैसे खर्च करके परेशान था।
26 अप्रैल को जब सब सो गए, तब आरोपी पिता उठा और बेटी को दूसरे कमरे में ले जाकर एक फंदा बनाकर उस पर लटका दिया। फिर लाश को किचन में डालडा के डिब्बे में रख दिया।
आरोपी ने बताया कि जब पत्नी ने अंशी के बार में पूछा, तो उसने किडनैप होने की कहानी रच दी। हालांकि पत्नी के दबाव में पुलिस के पास जाना पड़ गया।
आरोपी की पत्नी को नहीं मालूम था कि उसकी बेटी की हत्या कर दी गई है। वो तो पति की बात पर ही विश्वास करती रही कि शायद किसी ने उठा लिया होगा।
आरोपी भरत कुमार ने बताया कि उसने घटना से 7 दिन पहले भी अंशी को मारने की कोशिश की थी। आरोपी ने बेटी की नाक में फेवी क्वीक भर दिया था। उससे बेटी को सिर्फ इंफेक्शन हुआ, वो मरी नहीं।
जहां आरोपी रहता है, उस बिल्डिंग में 15 परिवार रहते हैं। आरोपी ने पहले पुलिस को गुमराह किया कि किसी किरायेदार ने बच्ची की हत्या की होगी। कदमकुआं थाना प्रभारी बिलेंदु कुमार ने जब जांच की, तो सच सामने आ गया।