बिहार के दरभंगा से एक महिला के साथ निर्भया सी हैवानियत सामने आई है। परिवार वालों को शक था कि उनकी लड़की को घर से भगाने के पीछे इसी महिला का हाथ है। उसका सारा गुस्सा आरोपियों ने महिला पर उतार दिया।
दरभंगा। बिहार के दरभंगा से एक महिला के साथ निर्भया सी हैवानियत सामने आई है। परिवार वालों को शक था कि उनकी लड़की को घर से भगाने के पीछे इसी महिला का हाथ है। उसका सारा गुस्सा आरोपियों ने महिला पर उतार दिया। उसके हाथ बांधे, बाल काटे और गुप्तांग में बांस की फट्टी डाल दी। लहुलुहान पीड़िता 11 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रही। इलाज के बाद जब डिस्चार्ज हुई तो अब न्याय के लिए भटक रही है।
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद खुला मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मामला कमतौल थाना क्षेत्र के हरिहरपुर पंचायत का है। हालांकि मामला बीते 21 मार्च का है। पर यह तब संज्ञान में आया। जब इलाज के बाद महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया और वह न्याय के लिए पुलिस विभाग के आला अफसरों के कार्यालय पहुंची।
क्या है मामला?
दरअसल, गांव के ही एक परिवार की लड़की, एक लड़के के साथ घर से भाग गई थी। परिवार वालों को शक था कि पीड़ित महिला ने ही उनकी लड़की को भागने में मदद की है। यही आरोप लगाते हुए आरोपियों ने पीड़िता के हाथ बांधकर सिर के बाल काट दिए और बेरहमी से पिटाई की। इतने से भी हैवानों को तसल्ली नहीं हुई तो गुप्तांग में बांस की फट्टी घुसा दी। महिला का कहना है कि जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब उसे आरोपियों से मुक्त कराया जा सका। इतना ही नहीं जब पुलिस महिला को अपने साथ लेकर जा रही थी, तब आरोपियों ने पुलिस के साथ भी बदसलूकी की। वह उनकी गाड़ी के नीचे लेट गए और महिला को गाड़ी से नीचे उतारने का प्रयास करते हुए कहने लगे कि लड़की ला दीजिए, तब इस महिला को लेकर जाइए।
घर वापस आ गई लड़की, हो गई शादी
महिला का कहना है कि पूरे प्रकरण में उसकी कोई गलती नहीं थी। लड़की फरार हो गई तो परिवार वालों ने मुझ पर आरोप लगाया कि मैंने ही उनकी लड़की को भगाया है। मेरे साथ मारपीट की गई और बांस के डंडे को मेरे गुप्तांग में डालकर जख्मी कर दिया। हालांकि लड़की अपने घर वापस आ गई और उसकी शादी भी हो गई। पुलिस का कहना है कि इस मामले में केस दर्ज किया गया था। महिला ने 10 लोगों के खिलाफ आरोप लगाया है। उन्हें अभियुक्त बनाया गया है। उन्हें जेल भेजने का काम करेंगे।