मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग के कार्यालय पर सोमवार दोपहर एक शख्स गले में फांसी का फंदा लगाने के लिए रस्सी लेकर चढ़ गया। अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि चार बजे तक उसका वाहन नहीं छोड़ा गया तो वह गले में रस्सी का फंदा डालकर सुसाइड कर लेगा।
मोतिहारी। मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग के कार्यालय पर सोमवार दोपहर को अजीबो गरीब वाकया हुआ। एक शख्स गले में फांसी का फंदा लगाने के लिए रस्सी लेकर लगभग बारह फीट ऊंचे गेट पर चढ़ गया। वन विभाग के अधिकारियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि चार बजे तक उसका वाहन नहीं छोड़ा गया तो वह गले में रस्सी का फंदा डालकर सुसाइड कर लेगा। आसपास अफरा तफरी मच गई। मौके पर पहुंचे पुलिस वाले भी शख्स से नीचे उतरने की मिन्नते करने लगें। राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। शाम पांच बजे तक यह हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। आखिरकार पांच घंटे तक चले ड्रामे के बाद मनोज को नीचे उतारा गया।
क्या है मामला?
यूपी के बागपत जिले के आरओ रेलवे रोड बरौत निवासी मनोज कुमार सोमवार की सुबह लगभग 11 बजे मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग के गेट पर रस्सी लेकर चढ गए। मोतिहारी वन प्रमंडल द्वारा लकड़ी के अवैध परिवहन के मामले में जब्त ट्रक नहीं छोड़े जाने से नाराज थे। उनका आरोप है कि वह वन विभाग के कार्यालयों का चक्कर लगाकर थक चुके हैं। जब्त ट्रक छुड़ाने के फेर में उनकी पांच बीघा जमीन बिक चुकी है। संबंधित दस्तावेज भी विभाग को दिए गए हैं। फिर भी उनका ट्रक नहीं छोड़ा जा रहा है।
नीचे उतारने के लिए जाल भी लगाया
ट्रक मालिक के आत्महत्या की कोशिश की जानकारी हुई तो नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मनोज को गेट से नीचे उतारने के लिए जाल भी लगाया गया। पर मनोज की सुसाइड की धमकी के बाद जाल को नीचे कर दिया गया। वन व पुलिस विभाग के कर्मचारी मनोज को नीचे उतरने के लिए मनाते रहें। उधर मनोज ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि शाम चार बजे तक यदि उसका वाहन छोड़ा गया तो वह सुसाइड कर लेंगे।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से बात के बाद उतरे
परिवार वालों से भी मनोज की बात करायी गयी, पर वह नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहें। पर वन विभाग के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के समझाने पर मनोज गेट से उतरे। मोतिहारी में रहने के दौरान उनकी चतुर्थ श्रेणी कर्मी से दोस्ती हो गई थी।
16 जनवरी 2022 को जब्त किया गया था ट्रक
आपको बता दें कि अवैध लकड़ी के परिवहन मामले में 16 जनवरी 2022 को उनका ट्रक जब्त किया गया था। न्यायालय में इस प्रकरण की सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने मनोज के बताए गए ट्रांसपोर्टर को बीती 24 जनवरी को नोटिस दिया था। पर वह कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ था। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ट्रांसपोर्टर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निर्गत किया गया है। वन महकमे के नियमों के तहत प्रक्रिया चल रही है।