मुजफ्फरपुर में शादी समारोह के दौरान शराबबंदी का उल्लंघन करते हुए 40 लोग गिरफ्तार। पुलिस ने दो वाहन और शराब जब्त की। पुलिस के अनुसार उपस्थित लोग शादी समारोह में अन्य लोगों को उपहार देने के लिए शराब की बोतलें भी ले जा रहे थे।
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में रविवार को एक शादी समारोह में शराबबंदी का उल्लंघन करने के आरोप में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह घटना उस समय सामने आई जब पुलिस और आबकारी विभाग ने संयुक्त अभियान चलाया।
पुलिस ने बताया कि दूल्हे पक्ष के सभी गिरफ्तार लोग शराब के नशे में थे और शादी समारोह में 'नागिन' डांस करने की योजना बना रहे थे। आरोप है कि समारोह में शामिल लोग अपने साथ शराब की बोतलें लेकर पहुंचे थे, जो अन्य मेहमानों को उपहार स्वरूप दी जा रही थीं। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार सभी लोग दूल्हे पक्ष के हैं। सभी गिरफ्तार लोग शराब के नशे में थे और शादी समारोह के दौरान 'नागिन' डांस करने की योजना बना रहे थे।
कार्यवाही के दौरान पुलिस ने दो वाहन जब्त किए और शराब की बोतलों को भी कब्जे में ले लिया। इस मामले में 7 शराब तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने ये शराब सप्लाई की थी। पुलिस ने बताया कि सारी शराब भी जब्त कर ली गई है।
आबकारी विभाग के निरीक्षक शिवेंद्र झा ने बताया कि विभाग अवैध शराब और शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों पर लगातार नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा, "हमारी टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया और आगे भी ऐसी सख्ती जारी रहेगी।"
बिहार में 2016 से लागू पूर्ण शराबबंदी के बावजूद शराब के अवैध व्यापार और उपयोग के मामले सामने आते रहे हैं। पिछले महीने पटना हाईकोर्ट ने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था कि शराबबंदी ने भ्रष्टाचार और अवैध व्यापार को बढ़ावा दिया है। न्यायमूर्ति पूर्णेंदु सिंह ने अपने आदेश में कहा था कि न केवल पुलिस अधिकारी, आबकारी अधिकारी बल्कि राज्य कर विभाग और परिवहन विभाग के अधिकारी भी शराबबंदी को पसंद करते हैं क्योंकि उनके लिए ये कमाई का बड़ा जरिया है। दरअसल, शराबबंदी ने शराब और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं के अनधिकृत व्यापार को बढ़ावा दिया है।"
हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लागू की गई शराबबंदी नीति को लेकर जनता और अदालत के बीच बहस जारी है। सरकार इस कानून को सख्ती से लागू करने के प्रयास कर रही है, लेकिन इसे पूरी तरह सफल बनाना अब भी एक चुनौती बनी हुई है।