बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन व लवली आनंद की बेटी सुरभि आंनद की शादी समारोह में सीएम नीतीश कुमार के साथ जेडीयू के प्रमुख नेता और मंत्री शरीक हुए। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह बारात के स्वागत में भी आगे दिखे।
पटना। बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन व लवली आनंद की बेटी सुरभि आंनद की शादी समारोह में सीएम नीतीश कुमार पहुंचे। उनके साथ जनता दल यूनाईटेड (JDU) के प्रमुख नेता ओर मंत्री भी दिखे। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शादी समारोह में नहीं दिखे। बताया जा रहा है कि वह दिल्ली में ही रह गए। पर राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से पार्टी मुखिया लालू प्रसाद यादव के करीबी एमएलसी सुनील सिंह समोराह स्थल पर अपनी हाजिरी दिन में ही लगा आए थे। शाम को करीब सात बजे जब सीएम नीतीश समारोह स्थल पर पहुंचे, तो उस समय जदयू के ज्यादातर नेता आनंद मोहन परिवार के आसपास ही नजर आए। भाजपा नेताओं में सिर्फ पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव ही समारोह स्थल पर दिखायी दिए।
ये दिग्गज नेता हुए शरीक
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह बारात के स्वागत में भी आगे दिखे। वह आनंद मोहन के साथ दरवाजे पर भी मौजूद दिखे। उधर झारखंड के सरयू राय की समारोह में मौजूदगी चर्चा में थी। जब सीएम नीतीश कुमार समारोह स्थल पर पहुंचे तो उनके साथ विधानपरिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी भी थे। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी शादी में शरीक होने के लिए लगभग उसी समय पहुंचे। बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजकुमार सिंह, राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी भी समारोह में उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री दयाशंकर सिंह भी आनंद मोहन के बेटी की शादी में शरीक होने पहुंचे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय भी रात करीब आठ बजे पहुंचे।
इन राज्यों से भी आए अतिथि
विवाह समारोह में शरीक होने के लिए झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड , दिल्ली, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा से अतिथि आए हुए थे। आनंद मोहन और उनके बेटे चेतन आनंद अन्य प्रदेशों से आए अतिथियों से मिलने में व्यस्त रहे। बताया जा रहा है कि अन्य राज्यों से शादी समारोह में शामिल होने करीब 500 अतिथि आए थे। बिहार में आनंद मोहन का गृह जिला सहरसा है। सहरसा से करीब हजार लोग शादी में आए हुए थे। सभी सियासी दलों के नेता रात साढे आठ बजे के बाद समारोह स्थल पर पहुंच रहे थे।