बालीवुड स्टार सोनू सूद ने तमिलनाडु में बिहारियों के साथ कथित हिंसा के वीडियो वायरल करने के केस में फंसे मनीष कश्यप को लेकर बड़ी बात कही है। उनके बयान पर सोशल मीडिया में सग्राम छिड़ गया है।
पटना। बालीवुड स्टार सोनू सूद ने तमिलनाडु में बिहारियों के साथ कथित हिंसा के वीडियो वायरल करने के केस में फंसे मनीष कश्यप को लेकर बड़ी बात कही है। उनके बयान पर सोशल मीडिया में सग्राम छिड़ गया है। कई दिग्गज इस बहस में कूद गए हैं तो आम लोग भी अपनी अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। सोनू सूद के बयान के बाद मामला दिलचस्प हो गया है।
सोनू सूद ने क्या कहा
बालीवुड स्टार ने अपने ट्विटर हैंडल से किए गए पोस्ट में लिखा है कि मैं जितना भी मनीष कश्यप को जानता हूॅं। उसने हमेशा बिहार के लोगों के भले के लिए ही आवाज उठाई है। हो सकता है, उससे कुछ गलती भी हुई हो। पर मैं यक़ीन से यह बात कह सकता हूँ कि वो देशहित के लिये ही लड़ा है। हमारे देश में न्याय और क़ानून से ऊपर कुछ नहीं। जो भी होगा, सही ही होगा।
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने दिया ये जवाब
फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने जवाब देते हुए लिखा है कि क्या आप मनीष कश्यप की मुसलमान के प्रति इस नफरत को भी जानते हैं? क्या इसी तरह अपने अंदर का ज़हर उगलने को 'देशहित के लिये लड़ा है' कहते है? उन्होंने अपने ट्वीट में स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए यह भी लिखा है कि नीचे ट्वीट्स को पढ़ने के बाद, यदि आपको अभी भी उसे समर्थन करने का मन करता है, तो जरुर सपोर्ट करें, क्योंकि उसने आपके इंटरव्यू लिए हैं।
यूजर्स ने इस तरह दिए रिएक्शन
PankajDhavraiyya RspChief ने कहा कि सोनू सूद का आभार जताते हुए कहा है कि आप जैसै लोग जब साथ देते है तो मनोबल बढ़ता है, अन्यथा कलाकारों से नफरत करने लगा था। एक यूजर आकाश अम्बर लिखते हैं कि पूरे राज्य में तनाव पैदा करने की साज़िश रची थी इस व्यक्ति ने, यह शख़्स कोई पत्रकार नही। पत्रकार होता तो खु़लेआम इतनी बड़ी प्लानिंग करके न बैठा होता, इसका दिमाग़ ज़हर से भरा हुआ है। ये समाज के लिए ही खतरनाक है। एक अन्य यूजर अश्विनी यादव लिखते हैं कि आपसे ये उम्मीद नहीं थी, अफ़्सोस। आपने इस बार निराश किया है भैया। आपको ये नहीं करना चाहिए था।
सुप्रीम कोर्ट में भी दायर की गई है याचिका
आपको बता दें कि बिहार और तमिनलाडु में मनीष कश्यप के खिलाफ केस दर्ज है। इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर कर मांग की गई है। मनीष कश्यप पर एनएसए भी लग चुका है। इस मामले में अगली सुनवाई 21 अप्रैल को होगी। कोर्ट ने केंद्र, तमिलनाडु और बिहार सरकार को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब देने के लिए कहा गया है।
क्या है पूरा मामला?
तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों के साथ कथित हिंसा का फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसमें दावा किया गया था कि तमिलनाडु में बिहारियों के साथ हिंसा हो रही है और वह बिहार वापस भाग रहे हैं। उसके बादल हालात इतने बिगड़ गए थे कि तमिलनाडु से बिहार की तरफ आने वाली ट्रेनों में खड़े होने की भी जगह नहीं बची थी। उसी केस में यूट्यूबर मनीष कश्यप के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। मनीष के सरेंडर करने के बाद बिहार पुलिस ने उससे पूछताछ की और बाद में उन्हें तमिलनाडु पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गई।