
Patna News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुफ्त बिजली योजना के बाद उपभोक्ताओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने, अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए राज्य के बिजली उपभोक्ताओं से बातचीत की। मुख्यमंत्री विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना के तहत अब सभी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 125 यूनिट प्रति माह तक मुफ्त बिजली दी जा रही है। मंगलवार के कार्यक्रम में सभी ज़िलों के बिजली उपभोक्ता ऑनलाइन जुड़े। सुपौल, नालंदा, मुज़फ़्फ़रपुर और गयाजी ज़िलों की महिला उपभोक्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संवाद किया।
संवाद कार्यक्रम के दौरान, सुपौल ज़िले की निवासी कोमल कुमारी ने 125 यूनिट प्रति माह तक मुफ्त बिजली देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि ‘आपके द्वारा मुफ़्त की गई 125 यूनिट बिजली से हमारे परिवार को बहुत लाभ मिल रहा है। जो पैसा बचेगा, उसे हम अपनी बेटी के खाते में जमा करेंगे, जिसका लाभ भविष्य में मेरी बेटी को मिलेगा। हमारा पूरा परिवार आपके इस निर्णय से बहुत खुश है।’
नालंदा ज़िले की लीला कुमारी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस फ़ैसले के लिए हम तहे दिल से आपका आभार व्यक्त करते हैं। अब 125 यूनिट प्रति माह तक मिल रही मुफ़्त बिजली से होने वाली बचत हमारी रसोई, बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य आदि पर खर्च होगी। इसके लिए हमारा पूरा परिवार तहे दिल से आपका आभार व्यक्त करता है।
ये भी पढ़ें- SIR के खिलाफ RJD का बदला सुर, तेजस्वी यादव ने कहा- हमें इसके तरीके से है दिक्कत
मुज़फ़्फ़रपुर ज़िले की निवासी गुड़िया खातून ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘आप पहले से ही बिजली पर सब्सिडी दे रहे थे। अब आप हमें 125 यूनिट प्रति माह तक मुफ़्त बिजली दे रहे हैं, इसके लिए हमारा पूरा परिवार तहे दिल से आपका आभार व्यक्त करता है। 125 यूनिट मुफ़्त बिजली मिलने से हमारा बिजली बिल शून्य हो गया है। हमने यहां मौजूद कई परिवारों से भी बात की है जिनका बिजली बिल भी शून्य आया है। इस बचत से हम अपने बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दे पाएँगे। इसके लिए हम सभी आपका आभार व्यक्त करते हैं।’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा
'2005 से ही राज्य में बिजली की हालत बेहद खराब थी। राजधानी पटना में भी 7-8 घंटे से ज़्यादा बिजली नहीं रहती थी। 24 नवंबर 2005 को राज्य में हमारी सरकार बनने के बाद, बिजली क्षेत्र में सुधार के लिए काफ़ी काम किया गया। ऊर्जा विभाग का बजट बढ़ाया गया और बिजली की आपूर्ति बढ़ाई गई। इसके बाद राज्य के सभी गाँवों और बस्तियों तक बिजली पहुँचाई गई। वर्ष 2015 में सात निश्चय योजना के तहत 'हर घर बिजली' निश्चय की शुरुआत की गई और हर घर तक बिजली पहुंचाने का काम तय समय से दो महीने पहले अक्टूबर 2018 में पूरा कर लिया गया। इसके बाद, जितने भी नए घर या बस्तियां बनीं, उन सभी तक बिजली पहुंचा दी गई है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है और सभी सरकारी भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं। अब हमने यह भी निर्णय लिया है कि सभी इच्छुक घरेलू उपभोक्ताओं को राज्य सरकार द्वारा सौर ऊर्जा का लाभ दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि आज राज्य भर में कई स्थानों पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। आज के कार्यक्रम में लगभग 16 लाख लोग भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और अन्य सम्मानित जनप्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में उपस्थित हैं। कुछ घरेलू उपभोक्ताओं ने भी इस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किए हैं।
ये भी पढे़ं- Bihar SIR Case:'इतनी बड़ी प्रक्रिया में कुछ त्रुटियां तो होंगी ही', EC के वकिल ने सुप्रीम कोर्ट क्यों कहा ऐसा?
बिहार की राजनीति, सरकारी योजनाएं, रेलवे अपडेट्स, शिक्षा-रोजगार अवसर और सामाजिक मुद्दों की ताज़ा खबरें पाएं। पटना, गया, भागलपुर सहित हर जिले की रिपोर्ट्स के लिए Bihar News in Hindi सेक्शन देखें — तेज़ और सटीक खबरें Asianet News Hindi पर।