तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों के साथ हिंसा का फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। समाजसेवी निशांत वर्मा ने मनीष के खिलाफ ईओयू से लिखित शिकायत की थी।
पटना। तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों के साथ हिंसा का फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। समाजसेवी निशांत वर्मा ने मनीष के खिलाफ ईओयू से लिखित शिकायत की थी। उसमें कहा गया था कि उन्होंने 2016 में एक आयोजन के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली दी थी। इसका वीडियो भी उसने ईओयू के सुपुर्द किया था। ईओयू ने वीडियो की सत्यता की पड़ताल के बाद मनीष के खिलाफ नया केस दर्ज किया है। आपको बता दें कि मनीष पर पहले से ही तमिलनाडु मामले में तीन एफआईआर दर्ज हैं। जिसमें वह मुख्य अभियुक्त हैं।
29 मार्च को ट्रांजिट रिमांड पर ले गई थी तमिलनाडु पुलिस
तमिलनाडु पुलिस मनीष कश्यप को फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में 29 मार्च को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई थी। उन पर बिहारियों के साथ कथित हिंसा का फर्जी वीडियो वायरल करने का आरोप है। उनके खिलाफ बिहार के अलावा तमिलनाडु में भी कई केस दर्ज हैं। आर्थिक अपराध इकाई की टीम मनीष से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। मनीष के खिलाफ तमिलनाडु में 13 केस दर्ज हैं।
2016 में जारी वीडियो में किया था अभद्र भाषा का इस्तेमाल
आपको बता दें कि यूट्यूबर मनीष कश्यप ने 2016 में एक वीडियो जारी किया था। उसमें वह महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए दिख रहा था। वीडियो में वह कह रहा था कि हम महात्मा गांधी की हत्या पर जश्न मनाते हैं। इसकी लिखित शिकायत ईओयू को दी गई थी।
आर्थिक अपराध इकाई पहले कर चुकी है पूछताछ
तमिलनाडु प्रकरण में कथित फर्जी वीडियो वायरल होने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की कार्रवाई पर मनीष कश्यप के बैंक अकाउंट फ्रीज किए गए थे। उसकी घर की कुर्की के आदेश दिए गए थे। आरोपी मनीष के घर कुर्की के लिए पुलिस भी पहुंची थी। उसी दिन मनीष ने सुबह सरेंडर कर दिया था। उसके सरेंडर करने के बाद ईओयू ने पूछताछ की थी। जब मनीष के रिमांड की अवधि खत्म हुई, तब तमिलनाडु पुलिस उसे अपने साथ लेकर गई।