रामनवमी जुलूस के दौरान महाराष्ट्र, बिहार और बंगाल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के पीछे कई चौंकाने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। नालंदा के बिहारशरीफ में रामनवमी पर जो शोभायात्रा निकाली जा रही थी, उस रथ को एक मुस्लिम चला रहा था।
पटना. रामनवमी जुलूस के दौरान महाराष्ट्र, बिहार और बंगाल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के पीछे कई चौंकाने वाली कहानियां सामने आ रही हैं। नालंदा के बिहारशरीफ में रामनवमी पर जो शोभायात्रा निकाली जा रही थी, उस रथ को एक मुस्लिम चला रहा था। यानी भगवान राम का सारथी एक मुस्लिम बुजुर्ग था। इनका नाम है मोहम्मद फेकू।
1. मोहम्मद फेकू हिंसा के बाद से बैचेन हैं। वे कहते हैं कि जब झड़प हुई, तब उन्हें यही चिंता सता रही थी कि शोभायात्रा के दौरान रथ पर भगवान शिव-पार्वती और हनुमान बने कलाकारों को कैसे वहां से सुरक्षित निकाला जाए।
2. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद फेकू यह कहते सुने गए कि उनकी दुआ है कि हिंदू-मुसलमान सब मिलकर रहें। आगे बढ़ें और एक-दूसरे के काम आएं।
3.मोहम्मद फेकू ने हिंसा पर दु:ख जताते हुए कहा कि इससे पहले यहां हिंसा कभी नहीं हुई। सब मिलजुलकर रहते थे, लेकिन कुछ लोगों की वजह से बिहारशरीफ बदनाम हो गया।
4.अंबेर उचकापर के रहने वाले मोहम्मद फेकू ने 31 मार्च यानी रामनवमी पर हुई हिंसा को याद करते हुए कहा कि जब रथ सोगरा कॉलेज के पास पहुंचा, तभी विवाद हो गया है। उसके बाद शोभायात्रा के आयोजक भगवान बने कलाकारों को वहां से ले गए।
5. मोहम्मद फेकू बताते हैं कि वे कटरापर होते ही मणिराम अखाड़े के पास जाकर रुक गए। वहां मौजूद पुलिस की मदद से वे वापस रथ लेकर आए। लोग भी मदद को आगे आए। किसी ने कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
6. करीब 15 साल से रथ चलाकर अपने परिवार का जीवनयापन कर रहे मोहम्मद फेकू बताते हैं कि वे इससे पहले भी कई धार्मिक आयोजनों में रथ लेकर जा चुके हैं। हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षों के लोग उन्हें अच्छे से जानते हैं।
7. बता दें कि बिहार शरीफ की हिंसा में एक की मौत हो गई, जबकि गोली लगने से 7 लोग घायल हैं। ADG मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार के मुताबिक 15 FIR दर्ज हुई है। 130 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
8. बिहार शरीफ में हिंसा के बाद SSB की 1, ITBP की 2, RAF की 2 और BSAP की 9 कंपनियां तैनात की गई हैं। पूरे बिहार में तनाव के बिगड़ते हालात को देखते हुए नीतीश सरकार ने नालंदा में 4 अप्रैल तक इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया है।
9. इस बीच बिहार के सासाराम में 3 अप्रैल को फिर हिंसा देखने को मिली। इस हिंसा से दोनों पक्षों में खौफ बना हुआ है। पत्थरबाजों से सख्ती से निपटने पुलिस लगातार मार्च कर रही है।
10.FSLऔर बम दस्ते की टीम ने सासाराम के शेरगंज क्षेत्र में बम विस्फोट के बाद घटनास्थल से नमूने एकत्र किए। इस मामले को लेकर लगातार सख्ती बरती जा रही है।
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