बिहार के गोपालगंज में एनसीसी के छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई जबकि उसके साथ रहे एक अन्य को चाकू मारकर घायल कर दिया गया। बताया जा रहा कि हत्या का कारण क्रिकेट खेलने के दौरान हुआ विवाद था।
गोपालगंज(Bihar). बिहार के गोपालगंज में एनसीसी के छात्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई जबकि उसके साथ रहे एक अन्य को चाकू मारकर घायल कर दिया गया। बताया जा रहा कि हत्या का कारण क्रिकेट खेलने के दौरान हुआ विवाद था। घटना के बाद शनिवार को पोस्टमार्टम कराकर शव जैसे ही गांव में पहुंचा लोग आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे। मृतक के परिजन शव को सड़क पर रखकर कर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान आरोपी पक्ष की ओर से मृतक के परिजनों और पुलिस पर पथराव कर दिया गया। घटना के बाद पुलिस को स्थिति सामान्य करने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा और हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
मामला गोपालगंज जिले के नगर थाना क्षेत्र के बसडीला गांव में मस्जिद के पास की है। परिजनों का आरोप है कि मृतक छात्र अंकित कुमार और उसका दोस्त हरिओम दोनों शुक्रवार की शाम बाजार गए थे। इसी दौरान मस्जिद के पास मौजूद लोगों ने घेर लिया और मारपीट कर अंकित की हत्या कर दी। मृतक के पिता मोहन प्रसाद ने साजिश के तहत बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शहादत मियां, सोनू मियां, सुभान मियां आदि ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।
क्रिकेट खेलने को लेकर हुआ था विवाद
बताया जा रहा है कि घटना के पीछे का कारण क्रिकेट खेलने के दौरान हुआ विवाद है। बताया जा रहा है कि मृतक अंकित और उसके साथी हरिओम से एक दिन पहले दूसरे पक्ष के कुछ लड़कों से क्रिकेट खेलने के दौरान विवाद हो गया था। उस समय तो बीचबचाव कर लोगों ने मामला शांत करवा दिया था लेकिन अंकित और उसका साथी हरिओम जब बाजार गए तो दूसरे पक्ष ने उन पर हमला बोल दिया। इस हमले में अंकित की मौत हो गई जबकि उसका साथी हरिओम बुरी तरह से जख्मी हो गया।
मृतक के परिजनों पर पथराव
मृतक के परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव को सड़क पर रखकर कर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान आरोपी पक्ष की ओर से मृतक के परिजनों और पुलिस पर पथराव कर दिया गया। पथराव में तीन पुलिसकर्मियों को चोट आई है। वहीं डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी और एसपी स्वर्ण प्रभात ने पूरे इलाके में फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बहाल रखने की अपील की है। डीएम खुद माइकिंग कर रहे हैं। डीएम ने कहा कि पुलिस दोषियों पर कार्रवाई के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। गांव में जो बाहरी लोग हैं, उन्हें 15 मिनट के अंदर खाली करने का आदेश दिया गया है। पुलिस इलाके में नजर रख रही है और जिला प्रशासन के तमाम अधिकारियों को बुलाकर कैंप कराई जा रही है। पुलिस ने इस पूरे मामले में 5 लोगों को हिरासत में लिया है।