रायपुर की Viral picture: 'ड्रेस कोड' का लेडी टीचर ने निकाला गजब आइडिया, खुद भी यूनिफॉर्म पहनकर स्कूल आने लगी

यह तस्वीर मीडिया-सोशल मीडिया पर वायरल है। यह मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी के सरकारी गोकुलराम वर्मा प्राइमरी स्कूल का है। यहां एक समर्पित शिक्षिका जान्हवी यदु हफ्ते में एक बार अपने स्टूडेंट्स की तरह ही स्कूल यूनिफार्म पहनकर आती हैं। 

Amitabh Budholiya | Published : Aug 9, 2023 7:15 AM IST / Updated: Aug 09 2023, 12:47 PM IST

रायपुर. यह तस्वीर मीडिया-सोशल मीडिया पर वायरल है। दिल छू लेना वाला एकजुटता का यह मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी के सरकारी गोकुलराम वर्मा प्राइमरी स्कूल का है। यहां एक समर्पित शिक्षिका जान्हवी यदु हफ्ते में एक बार अपने स्टूडेंट्स की तरह ही स्कूल यूनिफार्म पहनकर आती हैं। उनकी यह प्रेरणा चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं, बच्चों में वे खासी लोकप्रिय हो गई हैं।

रायपुर की दिलचस्प कहानी, स्कूल यूनिफार्म में क्यों आती है लेडी टीचर, पढ़िए 10 बड़ी बातें

1.30 वर्षीय शिक्षिका जान्हवी ने अपने छात्रों को एकता और समानता का तौर-तरीका सिखाने यह आइडिया निकाला है।

2.26 जून को जब नए एकेडमिक सेशन की शुरुआत हुई, तब स्कूल में एक अभूतपूर्व परिवर्तन देखा गया, जो शहर में चर्चा का विषय बन गया है। जान्हवी यदु ने फरवरी 2022 में बतौर टीचर यहां सेवाएं देना शुरू की थीं। वे क्लास पहली से पांचवीं तक के 350 छात्रों के लिए प्रेरणा बन गई हैं।

3.यह स्कूल भौतिक सुविधाओं से वंचित बच्चों के लिए आशा की किरण के रूप में सामने आया है। यहां के ज्यादातर बच्चे सीमित शिक्षा और संसाधनों वाले परिवारों से आते हैं।

4. जान्हवी ने अटूट दृढ़ संकल्प के साथ कहा, "मुझे यह समझ में आया कि सीखने की दिशा में पहला कदम अनुशासन और पहचान की भावना है। इन बच्चों को अपनेपन और एकता की भावना महसूस करने की जरूरत है।"

5. बच्चों में कोई भेदभाव नहीं रहे, इसे देखते हुए जान्हवी ने स्वयं स्कूल की वर्दी पहनना शुरू कर दिया। जान्हवी हर शनिवार को स्कूल परिसर में न केवल एक शिक्षक के रूप में, बल्कि अनुशासन की एक मिसाल के रूप में कदम रखती हैं।

6.पहले यहां के बच्चे स्कूल यूनिफार्म में कम ही आते थे, लेकिन जब से उन्होंने अपनी टीचर को यूनिफार्म में देखा, वे मोहित हो उठे। अब छात्रों ने स्वयं ही वर्दी पहनना शुरू कर दिया। जान्हवी का स्कूल यूनिफॉर्म पहनने का कार्य केवल ड्रेस कोड में बदलाव नहीं था; यह एकजुटता का प्रदर्शन और एकता का आह्वान था।

7.जान्हवी ने कहा, "जब मेरे छात्रों ने मुझसे पूछा कि मैंने यूनिफार्म क्यों पहनी है, तो मैंने उन्हें बताया कि हम एक टीम हैं और एक टीम अपनी ताकत दिखाने के लिए एक जैसे रंग पहनती है।"

8. हालांकि शुरुआत में जान्हवी को मजाक का सामना करना पड़ा। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, "मुझे चिंता थी कि मेरे ससुराल वाले क्या कहेंगे, लेकिन उनका प्रोत्साहन आखिरकार मेरी ताकत बन गया।"

9.जान्हवी के मुताबिक जब से उन्होंने यूनिफार्म पहनना शुरू किया है, उसके स्टूडेंट़्स उनसे खुलकर अपनी बात करने लगे हैं। यूनिफार्म समानता और दोस्ती का प्रतीक बन गई है।

10. अपनी अभिनव पहल के जरिये जान्हवी ने अपने छात्रों के बीच समुदाय, एकता और अनुशासन की भावना पैदा की है।

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