छत्तीसगढ़ के दुर्ग में अंधविश्वास की वजह से परिवार वालों ने एक महिला की अग्नि परीक्षा ले ली। परिवार के कुछ सदस्यों को महिला पर जादू-टोना करने का शक था। वह लोग उसे एक तांत्रिक के पास ले गए। तांत्रिक ने महिला को जलते कोयले और कीलों पर नंगे पांव चलाया।
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में अंधविश्वास की वजह से परिवार वालों ने एक महिला की अग्नि परीक्षा ले ली। परिवार के कुछ सदस्यों को महिला पर जादू-टोना करने का शक था। वह लोग उसे एक तांत्रिक के पास ले गए। तांत्रिक ने महिला को जलते कोयले और कीलों पर नंगे पांव चलाया। जिससे वह जख्मी हो गई। घर पहुंचकर उसने पति से आपबीती बताई, फिर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने नाबालिग तांत्रिक को भी पकड़ा है, हालांकि उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया।
जेठानी, देवरानी और देवर को जादू-टोना करने का था शक
जानकारी के अनुसार, घटना पुलगांव इलाके की है। ममता निषाद नाम की महिला की जादू-टोना के शक में अग्निपरीक्षा ली गई। उसने पुलिस को दी गई शिकायत में देवर नाथूराम निषाद, देवरानी यामिनी निषाद व जेठानी दुर्गा निषाद पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तीनों केा अरेस्ट कर लिया।
आरोपी जमानत पर रिहा
पुलिस का कहना है कि नाबालिग तांत्रिक की भी धरपकड़ की गई थी। पर बाद में तीनों आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिया गया। महिला ने शिकायत में कहा है कि उसकी जेठानी, देवरानी और देवर उस पर जादू-टोना करने का संदेह जताते हैं। इसी कारण से वह लोग महिला को प्रताड़ित करते हैं। इसी संदेह की वजह से तीनों आरोपी महिला को 20 मार्च की रात को तांत्रिक के पास ले गए थे। तांत्रिक ने महिला की अग्नि परीक्षा कराई। उसे जलते कोयले और कीलों पर चलाया।
पति और पत्नी ने पुलिस चौकी पहुंचकर दर्ज कराया केस
पुलिस का कहना है कि घटना में ममता निषाद जख्मी हो गई। घर पहुंचने पर उसने पति से सारी बात बताई। उसके बाद पति और पत्नी पुलिस चौकी पहुंची। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। अगले दिन पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।