दुर्ग(Durg).छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की रहने वाली एक ऑटो ड्राइवर की बेटी हिशा बघेल राज्य की पहली 'महिला अग्निवीर-Hisha Baghel selected for Agniveer scheme' हैं। लेकिन 19 वर्षीय हिशा मंगलवार(28 मार्च) को जब आईएनएस चिल्का में महिला अग्निवीरों के पहले बैच के रूप में अपनी पासिंग आउट परेड में मार्च कर रही थीं, तब उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे। हिशा को उनके पिता ने ही आर्म्ड फोर्स में शामिल होने के लिए प्रेरित किया था। फैमिली ने पिता की मौत के बारे में नहीं बताया, ताकि ट्रेनिंग पर कोई असर पड़े। हिशा छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर हैं। वह लगभग 2,600 रंगरूटों के एक बैच में थी, जिसमें 273 महिलाएं शामिल थीं। इन्होंने 28 मार्च को ओडिशा के आईएनएस चिल्का में अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण पूरा किया और भारतीय नौसेना में शामिल हुईं।