छत्तीसगढ़ के कांगेर वैली नेशनल पार्क में मिला चूहे के आकार वाला ये दुर्लभ हिरण, जानिए क्या है इसकी कहानी

छत्तीसगढ़ की कांगेर वैली नेशनल पार्क में एक दुलर्भ प्रजाति का हिरण मिला है। इसे नेशनल पार्क अथॉरिटी द्वारा की गई पहल की सफलता माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के वन क्षेत्र में मिला दुर्लभ प्रजाति का यह हिरण भारतीय माउस हिरण है। 

Amitabh Budholiya | Published : Jun 1, 2023 1:47 AM IST / Updated: Jun 01 2023, 07:19 AM IST

जगदलपुर. छत्तीसगढ़ की कांगेर वैली नेशनल पार्क में एक दुलर्भ प्रजाति का हिरण मिला है। इसे नेशनल पार्क अथॉरिटी द्वारा की गई पहल की सफलता माना जा रहा है। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर के वन क्षेत्र में मिला दुर्लभ प्रजाति का मिला यह हिरण भारतीय माउस हिरण(Indian Mouse Deer) है। इंडियन स्पॉटेड शेवरोटेन या इंडियन माउस डियर (Moschiola indica) भारत का सबसे छोटा हिरण है। यह अत्यधिक निशाचर(रात में निकलने वाला) है। यह जंगल में दिखने वाली एक दुर्लभ प्रजाति है, क्योंकि यह बहुत शर्मीला और गुप्त प्रकृति( very shy and of cryptic nature) का है।

छत्तीसगढ़ के कांग्रेस वैली नेशनल पार्क में मिला दुर्लभ माउस हिरण

कांगेर नेशनल पार्क अथॉरिटी के अधिकारी ने कहा कि इस दिशा में पार्क अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के परिणामस्वरूप जंगली जानवरों की संख्या के साथ-साथ दुर्लभ प्रजातियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

कांगेर नेशनल पार्क के अधिकारी इंडियन माउस डियर पर निगरानी बनाए हुए हैं। पार्क के अधिकारियों द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में और जानकारी शेयर करते हुए अथॉरिटी ने बताया कि इन हिरणों के मूवमेंट पर नज़र रखने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय युवाओं को गश्ती गार्ड के रूप में लगाया जा रहा है। इंडियन माउस हिरण मिलने की खबर से कांगेर नेशनल पार्क अथॉरिटी उत्साहित है।

छत्तीसगढ़ के कांगेर नेशनल पार्क में दुर्लभ हिरण

कांगेर नेशनल पार्क अथॉरिटी न कहा कि लोकल यूथ को गश्ती गार्ड के रूप में सम्मिलित करने से न सिर्फ स्थानीय वन्यजीवों को संरक्षण मिलेगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। कहा जा रहा है कि स्थानीय युवाओं और ग्रामीणों की भागीदारी से भी जंगली जानवरों की संख्या में वृद्धि हुई है।

इंडियन माउस डियर के बारे में यह भी जानें

कांगेर नेशनल पार्क के अधिकारी ने बताया कि भारतीय माउस डियर घनी वनस्पतियों के साथ नम जंगल में रहना पसंद करते हैं। ये रात में ही निकलते हैं। हालांकि अधिकारी ने यह भी चिंता जताई कि जंगलों की आग, बढ़ते अतिक्रमण और अवैध शिकार के कारण इंडियन माउस डियर को खतरों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अथॉरिटी इस दिशा में कड़े कदम उठा रही है। अधिकारी ने कहा, इंडियन माउस के लिए माकूल आवास और कांगेर वैली नेशनल पार्क अथॉरिटी द्वारा अन्य सार्थक कदमों के चलते यह जगह इस दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण के लिए उपयुक्त साबित हो रही है।

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