Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत के लिए शह और मात का खेल जारी है। आम आदमी पार्टी, बीजेपी, कांग्रेस...एक दूसरे को पछाड़ते हुए जनता के दरबार में खुद को बेहतर साबित करने में लगे हुए हैं। सत्ता पाने के लिए हर चाल चली जा रही है, आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। कमरे में रणनीति बनाने से लगायत जनता के दरबार में दर-दर हाजिरी लगाने का काम जारी है। उधर, चुनाव आयोग भी चुनाव को लेकर तैयारियों को फाइनल टच देने में लगा है। हालांकि, आयोग के हालिया फैसले ने एक बार फिर बवाल खड़ा कर दिया है। यह बवाल पंजाब पुलिस को हटाकर गुजरात पुलिस की तैनाती को लेकर है।
दिल्ली पुलिस के शीर्ष सूत्रों के अनुसार, राजधानी में चुनाव सकुशल संपन्न कराने के लिए 220 कंपनियां विभिन्न सुरक्षा बलों से मंगवाई गई हैं। इनमें सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और आरपीएफ शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश पुलिस से भी 70 कंपनियां तैनात की गई हैं। तीन चरणों में इन कंपनियों को दिल्ली में तैनात किया गया।
इस तैनाती को लेकर बवाल तब शुरू हो गया जब पंजाब पुलिस को हटाकर गुजरात पुलिस को तैनात कर दिया गया। दिल्ली में गुजरात पुलिस की 7-8 कंपनियां तैनात की गई हैं। चुनाव आयोग की मांग पर यह सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। गुजरात की एसआरपीएफ की 8 कंपनियां 13 जनवरी को चुनाव आयोग के आदेश पर दिल्ली पहुंचीं। एसआरपीएफ के भचाऊ कमांडेंट तेजस पटेल ने इसकी पुष्टि की। अधिकारियों के अनुसार, आयोग ने 250 कंपनियों की डिमांड भेजी थी। सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी चुनाव आचार संहिता का पालन कराने के लिए फ्लाइंग स्क्वायड, इंटरस्टेट बॉर्डर चेकिंग, संवेदनशील मतदान केंद्रों की सुरक्षा और गिनती केंद्रों की निगरानी जैसे कार्यों की होगी।
उधर, दिल्ली के सीएम रहे अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा में लगे पंजाब पुलिस के जवानों को हटाए जाने के बाद मामला और गरमा गया। अरविंद केजरीवाल ने चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। केजरीवाल के आरोपों को हवा उस समय और मिला जब पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने स्पष्ट किया कि केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस की टीम को दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग के निर्देश पर वापस बुला लिया गया।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि दिल्ली चुनाव को प्रभावित करने के लिए गुजरात पुलिस को तैनात किया जा रहा है। यह सब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गृह मंत्रालय के निर्देश पर हो रहा है इसमें चुनाव आयोग की भी मिलीभगत का आरोप लगा है।
केजरीवाल के आरोपों पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने पलटवार किया है। गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उनके आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा: केजरीवाल जी, मुझे अब समझ में आता है कि लोग आपको धोखेबाज क्यों कहते हैं। चुनाव आयोग के नियमों की जानकारी न होना आपके जैसे पूर्व मुख्यमंत्री के लिए आश्चर्यजनक है।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा। काउंटिंग 8 फरवरी को की जाएगी। केजरीवाल की आम आदमी पार्टी चौथी बार सरकार बनाने के लिए यह चुनाव जीतना चाहती है तो बीजेपी और कांग्रेस सत्ता में वापसी चाहते हैं।
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