दिल्ली गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर दो दिन बाद शनिवार को जली हुई बस की जांच के दौरान एक और बच्चे का शव मिला है। शव बस की अंतिम सीट और बूट के बीच फंसा था।
गुड़गांव। दिल्ली गुड़गांव एक्सप्रेस वे हादसे में बड़ा अपडेट सामने आया है। बुधवार की रात बस में लगी भीषण आग के इस हादसे में दो दिन बाद शनिवार को एक और शव मिला है। जली हुई बस की आखिरी सीट और बूट के बीच में पुलिस को एक बच्चे का जला हुआ शव मिला है। अभी तक शव की पहचान नहीं हो सकी है।
हादसे में घायल यात्रियों में से एक दिनेश कुमार की पत्नी माया की मौत के बाद उन्होंने यह भी बताया की उनकी पांच साल की बेटी दीपाली का भी कुछ पता नहीं चला है। इसके बाद पुलिस ने दोबारा बस की तलाशी ली। पुलिस ने बस का वीडियो फुटेज भी स्कैन किया तो पता चला कि बस को छोड़कर कोई नहीं गया था।
जांच टीम को मिले कंकाल के अवशेष
पुलिस ने बताया कि जली हुई बस की जांच कर रही टीम को पिछली सीट पर संकरी जगह पर कंकाल के अवशेष जैसे पड़े मिले हैं। हालांकि अभी उसकी पहचना नहीं हो सकी है लेकिन पुलिस को आशंका है कि वह लापती बच्ची के हो सकते हैं। फिलहाल फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है।
पढ़ें गूगल ऑफिस के सामने आग का गोला बनी स्लीपर बस, झुलसने से दो की मौत-तीन की हालत गंभीर
ठीक से जांच होती तो पहले ही मिलता कंकाल
दो दिन पहले हुए हादसे में बच्चे के कंकाल मिलने से पता चलता है कि टीम ने ठीक से बस को सर्च नहीं किया था। अगर ऐसा होता तो बस के पिछली सीट पर बच्चे के बार में पहले ही पता चल जाता। वहीं एक अन्य 7 वर्षीय बच्ची अनन्या की भी मौत हो गई है। वह पिता के साथ ही सफदरगंज अस्पताल में एडमिट थी। ऐसे में मरने वालों की संख्या चार हो गई है। हादसे में हमीरपुर निवासी माया (28) और महोबा की गायत्री (26) की मौके पर ही मौत हो गई थी।