खाना बनाने के दौरान सास, बूह और एक सवा महीने का बच्चा बुरी तरह से झुलस गया। फिलहाल बच्चे का सही से इलाज कर उसकी मां के पास उसे भेज दिया गया है।
पानीपत। हरियाणा के पानीपत से जुडा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। रसलापुर गांव में एक परिवार को खाना बनाना महंगा पड़ गया। खाना बनाते वक्त पास में रखी थिनर की बोतल फटने के चक्कर में सास-बूह और सवा महीने का बच्चा बुरा तरह से झुलस गया। तीनों की जब चीख सुनाई दी तो पूरा परिवार उन्हें बचाने के लिए साथ आ गया। परिवार ने वक्त रहते ही आग पर काबू पा लिया। तीनों को पानीपत के सिविल हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। फिलहाल तीनों का इलाज इस वक्त जारी है। इस सदमे ने हर किसी को हैरानी और परेशानी दोनों में डाल दिया है।
इस पूरे मामले को लेकर रसलापुर गांव के रहने वाले शकील ने बताया कि 7 बजे उसकी पत्नी शबनम, बहू चूल्हे पर खाना बनाने का काम कर रहे थे। बहू की गोद में उस वक्त सवा महीने का बेटा भी था। मिट्टी का चूल्हा जलाने के लिए परिवार हमेशा थिनर का इस्तेमाल करता था। रविवार के दिन भी थिनर से ही आग जलाई गई थी। एक लीटर थिनर उस वक्त भी चूल्हे के पास रखा हुआ था। जब सास और बहू मिलकर खाना बना रहे थे तभी थिनर की बोतल फट गई। थिनर तीनों पर जा गिरा। इसके बाद आग पकड़ ली। चीख पुकार सुनने के बाद परिवार वाले मौके पर पहुंच गए और उन्हें वक्त रहते ही हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया गया। सवा महीने के बच्चे को इलाज के लिए रोहक पीजीआई रेफर कर दिया गया है।
बाद मे परिवार वाले बच्चे की गंभीर हालत देखकर उसे मॉडल टाउन में मौजूद एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले आए। जहां पर इलाज के बाद उसकी हालत इस वक्त सामान्य बताई जा रही है। वहां से बच्चे की छुट्टी कर दी गई और उसके बाद उसे सिविल हॉस्पिटल ले जाया गया। ताकि वो अपनी मां के पास रहकर दूध पी सकें।
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