गुरुग्राम पुलिस ने सोहना-पलवल मार्ग पर एक फार्म हाउस के बाहर युवक की हत्या के चर्चित मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा कि अजय उर्फ अज्जू के रूप में पहचाने गए आरोपी के कब्जे से एक देसी पिस्तौल भी बरामद किया गया।
गुरुग्राम. गुरुग्राम पुलिस ने सोहना-पलवल मार्ग पर एक फार्म हाउस के बाहर युवक की हत्या के चर्चित मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा कि अजय उर्फ अज्जू के रूप में पहचाने गए आरोपी के कब्जे से एक देसी पिस्तौल भी बरामद किया गया। हालांकि 15 आरोपी अभी भी फरार हैं।
पुलिस के अनुसार, पलवल निवासी ज्ञानेंद्र उर्फ भोला (28) अपने मौसेरे भाई ललित के साथ 12 अप्रैल को सोहना-पलवल मार्ग स्थित एक फार्महाउस पर गया था। शाम को जब फार्म हाउस से सिगरेट लाने निकले, तो तीन एसयूवी में सवार करीब 20 हथियारबंद लोग मौके पर पहुंचे और ललित व ज्ञानेंद्र पर हमला कर दिया। आरोपियों में से एक ने ललित के सिर पर पिस्टल रख दी, जबकि अन्य ने ज्ञानेंद्र उर्फ भोला पर लोहे की रॉड, कुल्हाड़ी, डंडे और हथौड़े से हमला कर दिया। इसके तुरंत बाद समूह मौके से भाग गए।
घायल ज्ञानेंद्र को पुलिस की मदद से नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे गुरुग्राम के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया,लेकिन उसने दम तोड़ दिया। ललित की शिकायत के आधार पर सोहना सिटी थाने में FIR दर्ज की गई।
पुलिस ने 1 मई को कहा कि क्राइम यूनिट सोहना ने मुख्य आरोपी अजय को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि ज्ञानेंद्र का अपने दोस्त भरत से विवाद हुआ था। ज्ञानेंद्र ने भरत के घर पर फायरिंग भी की थी। इसी रंजिश के चलते उसके दोस्त, उसने व अन्य साथियों ने ज्ञानेंद्र की हत्या कर दी। उसके पास से इस वारदात में प्रयुक्त देसी पिस्टल बरामद हुई है। ACP क्राइम प्रीत पाल सांगवान ने कहा कि जांच चल रही है।
पुलिस ने कहा कि अजय उर्फ अज्जू (25) को 28 अप्रैल को सब-इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश के नेतृत्व में सोहना क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था। वह पूछताछ के लिए मंगलवार तक पुलिस रिमांड पर है।
पुलिस ने कहा कि संदिग्धों ने हत्या का एक कथित वीडियो भी रिकॉर्ड किया था। बाद में पलवल में मृतक के सहयोगियों को डराने के लिए इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित कर दिया। कथित वीडियो में पीड़ित दया की भीख मांगते हुए सुनाई दे रहा था।
पुलिस के मुताबिक, मृतक ज्ञानेंद्र उर्फ भोलू और एक अन्य संदिग्ध भरत कुछ महीने पहले तक गहरे दोस्त थे, लेकिन पलवल में एक पार्टी में झगड़ा होने के बाद वे दुश्मन बन गए। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार संदिग्ध अजय भरत का करीबी सहयोगी है और ये सभी असामाजिक गतिविधियों में शामिल थे।
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