एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड केस में MLA गोपाल कांडा को दिल्ली की कोर्ट ने बरी कर दिया था। कोर्ट ने कहा कि गीतिका शर्मा के प्रति आकर्षण के चलते गोपाल कांडा द्वारा उसे फेवर करना सुसाइड करने के लिए मजबूर करने की वजह नहीं माना जा सकता है।
नई दिल्ली. एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड केस में पावरफुल पॉलिटिशियन MLA गोपाल कांडा और उनकी कंपनी MDLR में सीनियर मैनेजर रहीं अरुणा चड्ढा को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 25 जुलाई को बरी कर दिया था। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि गीतिका शर्मा के प्रति आकर्षण(attraction) के चलते गोपाल कांडा द्वारा उसे फेवर करना, गिफ्ट देना सुसाइड करने के लिए मजबूर करने की वजह नहीं माना जा सकता है।
एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड केस, विधायक गोपाल कांडा कैसे हुए बरी, पढ़िए 6 बड़ी बातें
1.189 पेज के फैसले में अदालत ने कहा कि कोई भी समझदार और विवेकशील व्यक्ति उस व्यक्ति से मेलजोल नहीं रखेगा या लाभ या एहसान नहीं लेगा, जो उसके जीवन में तनाव पैदा करता है। इसलिए इस पर विश्वास नहीं किया जा सकता है कि अट्रैक्शन के कारण गोपाल कांडा द्वारा फेवर करने की वजह से पूर्व एयर होस्टेस का अपनी जिंदगी खत्म करने पर विवश होना पड़ा।
2.हरियाणा के MLA गोपाल कांडा और उनकी सहयोगी अरुणा चड्ढा को बरी करते हुए स्पेशल जज विकास ढुल ने फैसला सुनाया कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में विफल रहा है कि आपराधिक साजिश के तहत आरोपी व्यक्तियों ने ऐसी परिस्थितियां बनाईं, जिसकी वजह से गीतिका शर्मा को सुसाइड करनी पड़ी।
3.गीतिका शर्मा 2006 में बंद हो चुकी MLDR एयरलाइंस के ट्रेनी केबिन क्रू मेंबर के रूप में शामिल हुई थीं। 2008 में उसे सीनियर केबिन क्रू मेंबर के रूप में प्रमोट किया गया था। जुलाई 2009 में उसे एमडीएलआर ग्रुप ऑफ होटल्स में शिफ्ट किया गया था।
4.एमिरेट्स एयरलाइंस के साथ छोटे कार्यकाल के बाद गीतिका शर्मा जनवरी 2011 में एमडीएलआर ग्रुप ऑफ कंपनीज में डायरेक्टर के रूप में शामिल हुई, लेकिन दिसंबर में इस्तीफा दे दिया। सुसाइड से कुछ महीने पहले गीतिका के एमबीए कोर्स के लिए गोपाल कांडा ने 7.5 लाख रुपए स्पांसर किए थे।
5.गीतिका शर्मा ने अपने 2 पेज के सुसाइड नोट में लिखा था-"दोनों आरोपियों (गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा) ने मेरा भरोसा तोड़ा है और अपने फायदे के लिए मेरा दुरुपयोग किया है। गोपाल गोयल धोखेबाज हैं। वह हमेशा लड़कियों पर बुरी नियत रखता है। वह न तो शर्म करता है और न ही अपराध बोध वाला व्यक्ति है। इस बार अरुणा भी मुझे चोट पहुंचाने, मुझे परेशान करने, मेरे परिवार को तोड़ने में उसकी मदद कर रही है।"
6. 5 अगस्त 2012 को गीतिका का शव घर पर लटका मिला था। 8 अगस्त, 2012 को गोपाल कांडा को फरार घोषित किया गया था। 18 अगस्त, 2014 को गोपाल कांडा ने पुलिस के आगे सरेंडर किया था।
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