Odisha Trains Accident: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया गया है। अभी तक 280 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
बालासोर. ओडिसा के बालासोर में शुक्रवार शाम हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन एक्सीडेंट में लगातार मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब मौत का आंकड़ा 280 पहुंच गया है। वहीं जो 900 घायल अस्पताल में भर्ती हैं उनमें कई की हालत सीरियस बनी हुई है। वहीं खबर सामने आई है की पिछले 15 घंटों से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन एडीआरएफ और सेना ने पूरा कर लिया है। इसके अलावा इस भीषण रेल हादसे को लेकर संयुक्त जांच रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें वजह बताई गई है कि आखिर कैसे और क्यों यह हादसा हो गया।
इस वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस-हावड़ा एक्सप्रेस और मालगाड़ी टकरा गईं
इस संयुक्त जांच रिपोर्ट और मीडिया में चल रहीं खबरों के मुताबिक, हादसे की मुख्य वजह सिग्नल में हुई गलती को बताया जा रहा है। रिपोर्ट की मानें तो बहानगा बाजार स्टेशन पर मालगाड़ी लूप लाइन पर खड़ी थी, तभी कोरोमंडल एक्सप्रेस वहां पर पहुंच गई। सिग्नल की समस्या के कारण पटरी से उतर गई। पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे मालगाड़ी से जा भिड़े। मालगाड़ी से भिड़ते ही डाउन लाइन से जा रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के पीछे के दो डिब्बे भी पटरी से उतर गए और वह हादसे की चपेट में आ गए। वहीं ट्रेनों के बीच एक्सीडेंट को रोकने वाला कवच सिस्टम भी इस रूट पर मौजूद नहीं था। जिसके कारण भी एक्सीडेंट हुआ।
कोरोमंडल एक्सप्रेस ने मुख्य की बजाए लूप लाइन में की एंट्री
रिपोर्ट में बताया गया है कि बंगाल शालीमार-चेन्नई से आने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस-12841 ट्रेन के लिए अप मेन लाइन के लिए सिग्नल देकर उताया गया था। लेकिन वह लूप लाइन में घुस गई और अप लूप लाइन पर खड़ी मालगाड़ी से जाकर टकरा गई। इसके बाद ट्रेन पटरी से उतर गई। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कोरोमंडल एक्सप्रेस ने मुख्य लाइन पर जाने के बजाय लूप लाइन में एंट्री कर ली। जिससे यह हादसा हो गया।
रेल मंत्री या रेलवे मिनिस्ट्री की तरफ से हादसे की वजह साफ नहीं
हालांकि हादसे करीब 20 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया है। लेकिन अभी तक रेल मंत्री या रेलवे मिनिस्ट्री की तरफ से हादसे की वजह साफ नहीं हुई है। लेकिन रेल मंत्री नेअश्विनी वैष्णव ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का जायजा लिया है। इस दौरान पीएम के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे।