हिमाचल में जारी बारिश और बाढ़ के बाद जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। इस बीच तमाम जगहों से जनहानि की खबरें भी सामने आ रही हैं। जलप्रलय के बीच प्रदेश में तकरीबन 1239 सड़कें बाधित हैं। इसी के साथ कई जगहों पर बिजली आपूर्ति भी ठप है।
Himachal Pradesh Rain: हिमाचल में कई दिनों से जारी लगातार बारिश और बाढ़ के कहर के बाद सभी ओर हाहाकार मचा हुआ है। आंकड़ों की बात की जाए तो महज 2 दिन में 21 लोगों की जान गई है। सोमवार को 8 लोगों की मौत हुई जबकि 6 उफनाती नदी और नालों में बह गए। आपको बता दें कि मानसून 24 जून को हिमाचल पहुंचा था। इसके बाद से यह कुल 63 लोगों की जान ले चुका है। भूस्खलन के चलते मंगलवार की सुबह तक तकरीबन 1239 सड़कें यातायात के लिए बाधित थी। इस बीच 2577 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं जिनके चलते बिजली आपूर्ति भी बाधित है। रिपोर्टस के अनुसार शिमला में सर्वाधिक 581, मंडी में 200, चंबा में 116, सिरमौर में 101, हमीरपुर और लाहौल-स्पीति में 97-97 सड़के बंद पड़ी हुई हैं। इसी के साथ 1400 से अधिक जल आपूर्ति की योजनाएं भी बंद पड़ चुकी हैं।
श्रीखंड महादेव की पवित्र यात्रा हुई स्थगित
बारिश और बाढ़ के चलते ही श्रीखंड महादेव की पवित्र यात्रा को भी स्थगित करने का फैसला लिया गया है। इस बीच जो यात्री रास्ते में फंसे हैं या टेंट में मौजूद हैं उन्हें वापस लाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि मौसम साफ होते ही इन्हें वापस लाया जाएगा। वहीं मंडी में भी पर्यटकों के फंसे होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि लगघाटी के फलाण में बादल फटने की वजह से 100 बीघा जमीन भी बह गई है।
ड्रोन के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जा रही दवाई
लगातार जारी इस जल प्रलय के बीच में नाहन में गिरी नदी के बीच जो लोग टापू पर फंसे हैं उन्हें सुरक्षित निकालने को लेकर अभियान जारी है। वहीं इसमें से कुछ लोगों के बीमार होने की जानकारी भी मिल रही है। बीमार लोगों के लिए हिमालय सर्वेइंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पांवटा साहिब की मदद से ड्रोन के माध्यम से दवाएं गिराई जा रही हैं।
ये नेशनल हाईवे हो चुके हैं बंद
बताया जा रहा है कि जलप्रलय के चलते मनाली-लेह, कालका-शिमला, कोकसर, लोसर, काजा, चंडीगढ़-मनाली, कुल्लू-आनी, चंबा-भरमौर, मंडी-ऊना सुपर हाईवे, समदो-काजा- लोसर, दराचा-शिकुंला, उदयपुर-तिंदी-पांगी, शिमला-हाटकोटी-रोहड़ू आदि हाईवे बंद हो गए हैं।