जब अहमदाबाद की सड़कों पर निकले भगवान जगन्नाथ, तो देखते ही बना भव्य नजारा

Published : Jul 07, 2024, 09:07 AM ISTUpdated : Jul 10, 2024, 10:14 AM IST
Rathyatra 2024

सार

गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है। शहर में ध्वजा और हर तरफ भक्तों का रेला लगा हुआ है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पत्नी सोनल शाह के साथ भगवान जगन्नाथ की सुबह 4 बजे मंगला आरती कर रथ को आगे बढ़ाया।

अहमदाबाद. गुजरात के अहमदाबाद में आज यानि 7 जुलाई रविवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जा रही है। पूरे शहर में ध्वजा और हर तरफ भक्तों का रेला लगा हुआ है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पत्नी सोनल शाह के साथ भगवान जगन्नाथ की सुबह 4 बजे मंगला आरती कर रथ को आगे बढ़ाया। वहीं सुबह करीब 6 बजे गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पाहिंद विधि पूरी करके सोने के झाड़ू से मार्ग साफ करके रथ को आगे बढ़ाया।

400 साल पुराने मंदिर से निकली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा

बता दें कि भगवान जगन्नाथ आज अपने अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ 400 साल पुराने अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर से 18 किलोमीटर की रथ यात्रा पर निकले। यह यात्रा जमालपुर इलाके से निकाली गई जहां भक्तों ने भगवान के इस रथ को खींचा। 7 बजे शुरू हुई यह यात्रा अहमदाबाद के कई इलाकों से निकलकर सुबह 8 बजे तक वापस मंदिर गई है।

जब सज-धज कर जगन्नाथ यात्रा में निकले हाथी तो देखते ही बना नजारा

दरअसल, भगवान जगन्नाथ की हर साल निकलने वाली रथ यात्रा आस्था, भक्ति का अलौकिक समागम है। जहां-जहां से यह यात्रा निकलती है वहां का माहौल भक्तिमय हो जाता है। जगन्नाथ रथ यात्रा हर साल आषाढ़ मास के द्वितीया तिथि को निकाली जाती है। ओडिशा की पुरी रथ यात्रा के बाद अहमदाबाद में देश की दूसरी सबसे बड़ी रथ यात्रा निकलती है। यात्रा में तीन रथ एक साथ चलते हैं। जिसमें आगे सजे-धजे होती होते हैं। वहीं 100 ट्रकों में झांकियां और गायक मंडलियां सवार होती हैं। रथ यात्रा की तैयारियां एक महीने पहले से शुरू हो जाती हैं। शहरके सभी छोटे-बड़े मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है।

जगन्नाथ यात्रा में 15,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात

अहमदाबाद में रथयात्रा के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। इसके लिए पुलिस ने रिहर्सल कर ली है। 15,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। CCTV और ड्रोन सर्विलांस जैसी तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। हैं ऐसा इसलिए किया गया है ताकि भक्तों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। इस दौरान 20 ड्रोन और गुब्बारे पर लगे कई कैमरे फिट किए गए हैं।

यह भी पढ़ें-Jagannath Rath Yatra 2024: जगन्नाथ रथयात्रा में किस काम आती है ‘सोने की झाड़ू’, जानें क्या है ये रोचक परंपरा?

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