रांची न्यूज: रांची स्मार्ट सिटी में एक ही परिसर में बने इन बंगलों में रहने वाले मंत्रियों, उनके परिजनों और कर्मचारियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्रत्येक बंगले का क्षेत्रफल 16,321 वर्ग फीट है, जबकि निर्मित क्षेत्रफल करीब 8,000 वर्ग फीट है। प्रत्येक बंगले को दो भागों में बांटा गया है, जिसमें पहला भाग आवासीय ब्लॉक और दूसरा भाग एनेक्सी ब्लॉक है। एनेक्सी ब्लॉक मंत्रियों की कार्य जरूरतों के हिसाब से बनाया गया है।
झारखंड की नई सरकार के 11 मंत्रियों के लिए रांची स्मार्ट सिटी परिसर में करीब 70 करोड़ रुपये की लागत से आलीशान डुप्लेक्स बनाए गए हैं। नए साल 2025 में खरमास खत्म होते ही मंत्री इन बंगलों में गृह प्रवेश करेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को मंत्रियों के लिए नवनिर्मित आवासों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को 15 जनवरी तक इन आवासों को 'फिनिशिंग टच' देने का निर्देश दिया।
हर बंगले में इनडोर एसी और लिफ्ट है। आवासीय ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर प्रवेश गैलरी, ड्राइंग रूम, लॉबी, गेस्ट रूम, मास्टर बेडरूम सुइट, डाइनिंग एरिया, यूटिलिटी एरिया, किराना के साथ किचन, फैमिली लाउंज, मंत्री का आवासीय कक्ष, मंत्री का आंतरिक कार्यालय और केयरटेकर का कमरा है। पहली मंजिल पर फैमिली लाउंज, मास्टर बेडरूम, बच्चों का बेडरूम, पेंट्री, मल्टीपर्पज स्टोर, पूजा रूम, ओपन टेरेस और खूबसूरत बालकनी है। सामने एक छोटा पार्क भी नजर आएगा. सभी बेडरूम में बालकनी है.
यहां आवासीय परिसर में एक क्लब हाउस बनाया जा रहा है, जहां कैफे लाउंज, रिसेप्शन ऑफिस, जिम, बैडमिंटन कोर्ट, किचन, बाथरूम बनाया गया है। ड्राइवर और गार्ड के लिए सर्वेंट ब्लॉक में दो डॉरमेट्री भी बनाई गई है। रांची के धुर्वा इलाके में 656 एकड़ क्षेत्र में स्मार्ट सिटी का विकास किया जा रहा है। इसमें मंत्रियों के बंगलों का निर्माण सबसे पहले और सबसे तेजी से पूरा हुआ है।
स्मार्ट सिटी परियोजना का शिलान्यास पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने 9 सितंबर 2017 को किया था। सोमवार को आवासीय परिसर के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को क्लब हाउस, बैडमिंटन कोर्ट और पुलिस बैरक का काम जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर विधायक कल्पना सोरेन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव अरवा राजकमल, स्मार्ट सिटी के सीईओ अमित कुमार समेत अन्य अधिकारी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे।
ये भी पढ़ें-
जमशेदपुर के वेदांत का RIMC में चयन, यहां पढ़ने वाले 80% बच्चे बनते हैं ऑफिसर
बाबा मंदिर गर्भगृह विवाद: DC ने की बड़ी कार्रवाई, क्या है पूरा मामला?