झारखंड में स्टूडेंट यूनियन ने आज शनिवार को 48 घंटे के लिए झारखंड बंद बुलाया है। बाजारों को छात्र बंद करा रहे हैं। साथ ही सड़कों पर आगजनी की घटनाएं भी हो रही हैं। भारी संख्या में पुलिस तैनात है।
रांची, झारखंड में हंगामा हो रहा है, स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने आज शनिवार को 48 घंटे के लिए झारखंड बंद का आह्वान किया है। जिसके चलते छात्रा सड़क पर उतरे हैं, बाजार बंद करा दिए हैं और जगह-जगह आगजनी की जा रही है। दरअसल, विद्यार्थियों ने राज्य सरकार की नौकरियों में स्थानीय लोगों के लिए 100 फीसदी आरक्षण की मांग की है। इसलिए यह बावाल मचा हुआ है। उधर हजारों की संख्या में विरोध वाले जगहों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
बंद का रांची में सबसे ज्यादा असर...बाजार बंद-सड़क किनारे कतार में खड़े वाहन
दरअसल, झारखंड के हजारों स्टूडेंट ने 10 जून से 48 घंटे के झारखंड बंद शुरू करने का आह्वान किया है। वैसे तो बंद का असर झारखंड के कई जगहों पर नजर आ रहा है। लेकिन सबसे ज्यादा असर राजधानी रांची में दिख रहा है। वहीं नामकुम इलाके में छात्रों ने सड़क में टायर जला कर सड़क को रोक दिया है। यानि यहां से पूरी तरह से वाहनों का आना-जाना बंद है। सड़क किनारे वाहनों खासकर ट्रकों की लंबी-लंबी कतार लगी हुई है। हलांकि रांची से सटे नामकुम, ओरमांझी, कांके, गुमला रोड पर छात्रों के बंद का असर दिख रहा है।
रांची में 1500 पुलिस जवान तैनात
स्थानीय नीति के विरोध में झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने 48 घंटे बंद का आह्वान किया है। बंद का असर झारखंड के कई जगहों पर नजर आ रहा है। विद्यार्थी सड़क पर निकलकर दुकानें बंद करा रहे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किए गये हैं। रांची में 1500 पुलिस जवान तैनात हैं। रांची के प्रमुख जगहों पर विशेष बल की तैनाती की गई है। जैसे मुख्यमंत्री आवास, मोरहाबादी मैदान इलाके में तो चप्पे-चप्पे पर पुलिस-फोर्स की तैनाती है। सुरक्षा बल के साथ-साथ सीसीटीवी की मदद ली जा रही है। जो इन इलाकों पर नजर रखे हुए हं। वहीं संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरा भी निगरानी कर रहे हैं।
जानिए क्यों छात्रों ने बुलाया 48 घंटे का झारखंड बंद
बता दें कि स्थानीय नीति के विरोध में झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन ने यह बंद का आह्वान किया है। राज्य छात्र संघ (JSSU) झारखंड सरकार की 60-40 फॉर्मूले के खिलाफ हो गया है। जेएसएसयू नेता देवेंद्र महतो ने बताया कि सरकार ने झारखंड सरकार की नौकरियों में बाहरी लोगों के लिए दरवाजा खोल दिया है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। सरकार को अपने नियम में बदलाव करना ही पड़ेगा। राज्य के छात्रों के भविष्य का सवाल है। इसलिए तो 10 जून से 48 घंटे के झारखंड बंद बुलाया है। इतना ही नहीं हमने झारखंद बंद करने का आह्वान तो हमारे आदिवासी जन नायक बिरसा मुंडा की जंयती पर कर दिया था। सरकार को बिरसा मुंडा के सपने की याद दिलाने के लिए हमने एक मशाल जुलूस निकाला है।