झारखंड के कार्यवाहक सीएम बनाए गए चंपई सोरेन, राज्यपाल ने सरकार बनाने का दिया आमंत्रण, आज नई सरकार का शपथ ग्रहण

झारखंड के संस्थापक नेता शिबू सोरेन के खास चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त करने के साथ सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।

 

Dheerendra Gopal | Published : Feb 1, 2024 6:35 PM IST

Jharkhand Political crisis: झारखंड में पिछले 24 घंटे से राजनीतिक असमंजस को विराम मिल गया है। देर रात में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णनन ने जेएमएम गठबंधन के नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। शुक्रवार को चंपई सोरेन अपने मंत्रिमंडल के साथ शपथ लेंगे। झारखंड के संस्थापक नेता शिबू सोरेन के खास चंपई सोरेन को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त करने के साथ सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।

शुक्रवार को शपथ ग्रहण

पिछले 24 घंटे से सरकार विहीन राज्य में देर रात को राज्यपाल ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में जेएमएम गठबंधन के विधायक दल के नवनिर्वाचित नेता चंपई सोरेन को कार्यवाहक मुख्यमंत्री नामित किया। इसी के साथ उनको सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। चंपई सोरेन शुक्रवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे।

बुधवार को हेमंत सोरेन ने अपनी गिरफ्तारी के पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद विधायक दल ने चंपई सोरेन को अपना चुन लिया था लेकिन विधायक दल के प्रतिनिधिमंडल से बुधवार को राज्यपाल नहीं मिले। अगले दिन भी राज्यपाल ने चंपई सोरेन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया। देर शाम को एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला। गुरुवार को मिले प्रतिनिधिमंडल से राज्यपाल सीपी राधाकृष्णनन ने जल्द से सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने का आश्वासन दिया। हालांकि, सरकार बनाने के लिए आमंत्रण में देरी पर बीजेपी पर दलबदल कराने का आरोप लगने लगा था। उधर, देर रात को जेएमएम के 43 विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किए जाने का फैसला भी उस वक्त टालना पड़ा जब रांची एयरपोर्ट की सभी फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई।

ईडी ने किया था सोरेन को अरेस्ट

बुधवार को ईडी ने हेमंत सोरेन को अरेस्ट किया था। राज्य में जमीन को लेकर भ्रष्टाचार के एक मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा पहले ही हो जाने के बाद सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा सौंप दिया था। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के बाद चंपई सोरेन को बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल का नेता चुना गया था।

राज्यपाल को लिखा था चंपई सोरेन ने लेटर

सरकार बनाने के लिए बुलाए जाने में देरी होने पर चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लेटर लिखा था। झारखंड में झामुमो, कांग्रेस और राजद के 47 विधायकों द्वारा हस्ताक्षरित समर्थन पत्र राज्यपाल को बुधवार को सौंपा था। झारखंड में 47 विधायकों का समर्थन चंपई सोरेन को है जोकि बहुमत के निशान से काफी अधिक है। चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लिखा कि सभी विधायक उनके साथ राजभवन गए थे लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।

चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लिखा: सर, फिलहाल पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है। असमंजस की स्थिति बनी हुई है। संवैधानिक प्रमुख होने के नाते हम, विधायक और राज्य की जनता आपसे उम्मीद करती है कि आप जल्द ही सरकार बनाने के लिए कदम उठाएंगे। एक लोकप्रिय सरकार की और राज्य को भ्रम से बाहर निकालें।

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